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24 सितंबर 2008

पंजाब-हरियाणा में होगी खरीफ की बंपर फसल!

चंडीगढ़ September 22, 2008
खरीफ के विपणन सीजन के दौरान पंजाब और हरियाणा में धान का बंपर उत्पादन, 220 लाख टन तक, होने की उम्मीद है जिसकी वजह धान के रकबे में हुई वृध्दि और हाइब्रिड किस्म के बीजों का इस्तेमाल किया जाना है। पंजाब कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'पंजाब में पिछले साल के 156.55 लाख टन उत्पादन की तुलना में इस साल हम उम्मीद कर रहे हैं कि 160 लाख टन धान का उत्पादन होगा।' इसी तरह हरियाणा कृषि विभाग को भी इस वर्ष 60 लाख टन धान के उत्पादन की उम्मीद है जबकि पिछले साल 54 लाख टन धान का उत्पादन हुआ था।यद्यपि इस साल आई बाढ़ ने दोनों राज्यों में फसलों को क्षति पहुंचाई है लेकिन विशेषज्ञों को आशा है कि दोनों राज्यों में पिछले वर्ष की अपेक्षा बेहतर उत्पादन होगा।केंद्रीय पूल में धान का योगदान करने वालं प्रमुख राज्य पंजाब में इस साल रेकॉर्ड 26.60 लाख हेक्टेयर में धान की खेती गई है जबकि लक्ष्य 24.75 लाख हेक्टेयर का था। इसी प्रकार हरियाणा में भी धान के रकबे में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस साल 11.50 लाख हेक्टेयर में धान की खेती की गई है जबकि लक्ष्य 10.50 लाख हेक्टेयर का था।एक कृषि अर्थशास्त्री ने कहा, 'इन दोनों राज्यों के किसानों ने इस बार कपास और गन्ने की जगह अधिकतम क्षेत्र में धान की खेती की है क्योंकि उन्हें केंद्र से अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलने की उम्मीद है।'खेती के रकबे में बढ़ोतरी के अतिरिक्त, इन दोनों राज्यों में हाइब्रिड बीजों के प्रयोग से उत्पादन में भारी भिन्नता देखी जाएगी क्योंकि धान की खेती के एक बड़े हिस्से में किसानों ने हाइब्रिड बीजों का इस्तेमाल किया है।एक विशेषज्ञ ने कहा, 'पारंपरिक किस्म के बीजों की तुलना में हाइब्रिड बीजों का उत्पादन 10 से 15 प्रतिशत अधिक होता है।' विशेषज्ञों ने बताया कि पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों में 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में पूसा 1121 किस्म की खेती की गई है जो उत्पादन के मामले में अव्वल होने के साथ-साथ किसानों को अच्छी कीमत भी दिलाता है।इस साल हरियाणा में 5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बासमती की खेती की गई है जबकि पंजाब में तीन लाख हेक्टेयर में।इस खरीफ सीजन के दौरान उत्तरी क्षेत्र में बारिश अच्छी होने से भी फसलों का उत्पादन बेहतर होगा। यद्यपि पंजाब इस साल पिछले वर्ष की भांति ही 60 क्विंटन प्रति हेक्टेयर उत्पादन की आशा रखता है जबकि हरियाणा को उम्मीद है कि पिछले साल के 33.16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की तुलना में इस वर्ष 34.50 लाख टन प्रति हेक्टेयर का उत्पादन होगा। (BS Hindi)

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