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22 सितंबर 2008

शेयर मार्केट में संभलें पर कमोडिटी में चलें

नई दिल्ली। शेयर बाजार में अभी भी उठापटक का दौर जारी है। बाजार विशेषज्ञों के लिए भी ठीक से कुछ कह पाना मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में निवेशकों के लिए तो यह समझना और भी मुश्किल है कि वे क्या करें और कहां निवेश करें। हालांकि इधर का बुरा हाल देखकर खासी तादाद में निवेशकों ने कमोडिटी वायदा बाजार की ओर रुख किया है। पिछले डेढ़ महीने में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज और एनसीडीईएक्स के कारोबार में भारी बढ़ोतरी हुई है। एनसीडीईएक्स का दैनिक कारोबार बढ़कर 1800 करोड़ रुपये से बढ़कर 2400 करोड़ रुपये का हो गया है। जबकि एमसीएक्स में कारोबार 25,000 करोड़ से लेकर 35,000 करोड़ रुपये रोजाना हो गया है। इलिट स्टॉक मैनेजमेंट लिमिटेड के अजय नारायण झा के मुताबिक ऐसे दौर में उन्हीं कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहिए जो सिद्धांत रूप में मजबूत हैं। साथ ही मिडकैप और स्मालकैप की बजाय लार्जकैप को चुनना उनके लिए फायदेमंद रहेगा क्योंकि उनके शेयरों में अगर गिरावट आई भी है तो उनके प्रदर्शन पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा है।उनका कहना है कि सार्वजनिक बैंक, एफएमसीजी, टेलीकॉम सेक्टर की कंपनियों में निवेश कम जोखिम वाला है। रियल्टी सेक्टर से निवेशक दूर ही रहें तो अच्छा है। निवेश सलाहकार अर्णव पंड्या के मुताबिक यह समय निवेशकों के लिए अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने का सबसे अच्छा समय है। अभी अच्छी से अच्छी कंपनियों का शेयर उनकी पहुंच में है जिसमें लंबी अवधि का निवेश करना फायदेमंद है। उनका मानना है कि निवेशक इस समय कम अवधि के लिए कोई योजना न बनाएं बल्कि लंबी अवधि के लिए ही योजना बनाएं। वैल्यू रिसर्च के सीईओ धीरेंद्र कुमार का निवेशकों को सलाह है कि एक ही जगह ज्यादा धन न लगाएं और पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाइ करें। शेयर बाज़ार विशेषज्ञ विपुल वर्मा के मुताबिक आम निवेशकों को फिलहाल बाज़ार से दूरी बनाए रखना चाहिए। छोटी अवधि के लिए तो बाज़ार बड़ा ही खतरनाक है। कुछ महीनों के लिए निवेश भी फिलहाल ठीक नहीं है। कुछ इसी तरह की सलाह दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज के पूर्व निदेशक आई सी सिंघल की है। उनका मानना है कि फिक्स डिपॉजिट और ऋण आधारित फंड बेहतर हैं। बहरहाल, शेयरों में अनिश्चितता को देखते हुए निवेशकों ने कमोडिटी वायदा बाजार में निवेश करना फायदमेंद हो सकता है।बीते गुरुवार को एमसीएक्स पर सोना और चांदी में एक दिन का रिकार्ड कारोबार हुआ। सोने के भाव एमसीएक्स वायदा पर 10 सितंबर को वायदा बाजार में 11790 रुपये दस ग्राम थे जबकि सप्ताहंत में इसके भाव बढ़कर 12959 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए थे। इसी तरह चांदी के भाव दस सितंबर को 19400 रुपये थे जबकि 20 सितंबर को इसके भाव बढ़कर 20212 रुपये प्रति किलो हो गए। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय सोना और चांदी में निवेश कर बेहतर रिटर्न हासिल किया जा सकता है। अगले दिनों में सर्राफा में त्योहारी और वैवाहिक मांग भी निकल सकती है। लिहाजा भाव बढ़ना तय है। (Business bhaskar)

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