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22 अक्तूबर 2008

चावल निर्यात पर पाबंदी हटने की फिलहाल संभावना नहीं

नई दिल्ली : चावल के निर्यात पर लगी पाबंदी हटाने पर फैसला 2009 की पहली छमाही में लिया जाना था, लेकिन सरकार अब इस पर फैसला करने की जल्दबाजी में नहीं है। केंद्र को चालू खरीफ मार्कटिंग सीजन (केएमएस) में धान खरीदने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है, इसलिए 2009 के अंत तक ही चावल के निर्यात पर लगी पाबंदी हटाने का कोई फैसला संभव है। कई राज्यों में धान किसान कमीशन ऑन एग्रीकल्चरल कॉस्ट्स एंड प्राइसेज (सीएसीपी) के प्रस्ताव को सरकार द्वारा खारिज किए जाने के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं। सीएसीपी ने सामान्य किस्म के धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,000 रुपए, तो ग्रेड ए किस्म के धान का एमएसपी 1,050 रुपए प्रति क्विंटल करने का प्रस्ताव दिया था। अच्छी कीमत नहीं मिलने की वजह से किसान अपना धान मंडी लाने में कोताही बरत रहे हैं। अभी मंडी में धान की आवक बहुत कमजोर है। किसान कीमतों में बढ़ोतरी की आस कर रहे हैं। एमएसपी पर यूपीए सरकार का बोनस नाकाफी साबित हो रहा है, क्योंकि बोनस देने के बावजूद सरकार धान किसानों को आकर्षित नहीं कर पा रही है। सरकार को धान पर दिए जाने वाले बोनस का फायदा राज्य विधानसभा चुनावों और 2009 के आम चुनावों में मिलने की आस कमजोर पड़ गई है। (ET Hindi)

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