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21 नवंबर 2008

तय मात्रा में खाद्य तेल निर्यात को मंजूरी

महंगाई जैसे-जैसे काबू में आ रही है,सरकार धीरे-धीरे खाद्य तेल निर्यात खोलती जा रही है। सरकार ने गुरुवार को कंज्यूमर पैक में ब्रांडेड खाद्य तेल निर्यात की अनुमति दे दी है। हालांकि शर्त यह है कि यह खाद्य तेल पांच-पांच किलो के पैक में ही निर्यात होगा। निर्यात के लिए दस लाख टन की सीमा भी तय की गई है। उधर बाजार के जानकारों का मानना है कि इससे घरेलू बाजारों में खाद्य तेलों के भाव पर तात्कालिक असर तो आ सकता है लेकिन तेल व तिलहन के भाव में कोई लंबी तेजी नहीं आएगी।विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार यह खाद्य तेल एक साल के भीतर अगले अक्टूबर तक निर्यात किया जाना है। यह निर्यात सिर्फ इलैक्ट्रानिक डाटा इंचरचेंज सिस्टम से लैस बंदरगाहों से ही हो सकेगा। फिश ऑयल के मामले में सभी पाबंदियां हटा ली गई हैं। डीजीएफटी के अनुसार निर्यात होने वाले खाद्य तेलों की निगरानी वाणिज्य विभाग के जरिये की जाएगी। अधिसूचना के अनुसार इनमें सिर्फ प्रीमियम खाद्य तेल जैसे नारियल, मूंगफली, सरसों व तिल का ही निर्यात किया जाएगा। सेंट्रल आर्गेनाईजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड (कोएट) के कार्यकारी निदेशक डी. एन. पाठक ने बताया कि मात्र 10,000 टन तेल के निर्यात की अनुमति से घरेलू बाजार में तिलहनों व खाद्य तेलों के भाव सुधरने की उम्मीद नहीं है। वैसे भी महंगाई बढ़ने में खाद्य तेलों की भूमिका न के बराबर थी क्योंकि अगर खाद्य तेलों की तेजी से महंगाई बढ़ती तो पिछले दो-तीन महीने में खाद्य तेलों के भावों में आई भारी गिरावट से महंगाई दर काफी नीचे आ जानी चाहिए थी। जबकि महंगाई में कमी पिछले कुछ सप्ताहों में ही दिखाई दी है।सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अशोक सेतिया ने बताया कि निर्यात के लिए तय की गई मात्रा सीमा बहुत ही कम है। गत वर्ष भारत से करीब 50,000 टन मूंगफली तेल का निर्यात हुआ था। पिछले दिनों सरकार ने क्रूड सोयाबीन तेल के आयात पर 20 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया, उसका घरेलू बाजारों में तिलहनों व तेलों के भावों पर कोई फर्क नहीं पड़ा। उत्पादक मंडियों में सोयाबीन के भाव घटकर 1450 से 1500 रुपये व मूंगफली के भाव 2100 से 2200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1390 रुपये व मूंगफली का 2100 रुपये प्रति क्विंटल है। मूंगफली तेल के निर्माता श्री राजमोती इंडस्ट्रीज के मैनेजिंग डायरेक्टर समीर भाई शाह ने बताया कि अभी तक मूंगफली तेल का निर्यात थोक मात्रा में ही होता था लेकिन अब सरकार ने कंज्यूमर पैक में निर्यात की अनुमति दी है इसलिए अगले दस-बारह दिनों में पता चलेगा कि विदेशों से कैसे आर्डर मिलते हैं। (Business Bhaskar...........R S Rana)

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