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24 नवंबर 2008

नहीं बिक रहा एफसीआई का गेहूं

भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) पंजाब के खुले बाजार में गेहूं नहीं बेच पाने के कारण इन दिनों खासा परेशान है। खुले बाजार से खरीदारों को गेहूं सभी खर्चे मिलाकर तकरीबन 1200 रुपये क्विंटल पड़ रहा है, जबकि एफसीआई का गेहूं करीब 1300 रुपये प्रति क्विंटल पड़ रहा है।एफसीआई के पंजाब क्षेत्रीय कार्यालय ने तकरीबन दो महीने पहले 40 हजार टन गेहूं खुले बाजार में बेचे जाने का टेंडर निकाला। इसके लिए तय किये गये भाव 1021 रुपये प्रति क्विंटल (स्त्र फीसदी वैट अलग से) पर भी अभी तक एफसीआई मात्र 12 हजार टन गेहूं खुले बाजार मंे बेच पाई है। ऊपर से इस बार हुई गेहूं की बम्पर फसल एफसीआई के लिए मुसीबत बनी हुई है। पंजाब में एफसीआई की भंडारण क्षमता 105 लाख टन कवर्ड स्थान और 60 लाख टन पलिंथ खुले स्थान की है। आज के दिन भी एफसीआई का 48 लाख टन गेहूं खुले में पड़ा है। इस बार पंजाब में सरकारी एंजेसिंयों ने 100 लाख टन गेहूं की खरीद की थी। एफसीआई के पास दो साल पुराना 12 लाख टन गेहूं भी बिक्री के इतंजार में पड़ा है।भंडारण क्षमता से अधिक गेहूं और धान के चलते एफसीआई के पंजाब कार्यालय ने केन्द्र को भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए नहीं कहा है। एफसीआई के पंजाब क्षेत्र के महाप्रबन्धक सर्वजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने केन्द्र को राज्य में एफसीआई की भंडारण क्षमता बढ़ाने की बजाय खाद्यान्नों के जल्द उठान की सिफारिश की है। सर्वजीत सिंह ने बिजनेस भास्क र को बताया कि केन्द्र को पत्र लिख कर मांग की गई है कि पंजाब से 50 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचने या जन वितरण प्रणाली के लिए जल्द उठाया जाए, ताकि इसे खराब होने से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि एफसीआई द्वारा चार साल पुराने एक लाख टन चावल को बेचने के लिए टेंडर निकाले गए, जिसमें से 68 हजार टन चावल 1021 रुपये क्विंटल के भाव पर बेचा जा चुका है। (Business Bhaskar)

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