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23 नवंबर 2008

मेंथा ऑयल के भाव और गिरे

वैश्विक स्तर पर मंदी से मेंथा ऑयल की निर्यात मांग में कमी आई है। ऐसे में घरलू बाजारों में इसकी कीमतें पिछले एक 10 दिनों के दौरान करीब 10 फीसदी तक टूट चुकी हैं। वहीं दूसरी ओर मांग में कमी और किसानों की बिक्री से इसका स्टॉक काफी बढ़ गया है। मेंथा कारोबारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में भाव और कम हो सकती है। कारोबारी बताते हैं कि इन दिनों फार्मा कंपनियों और कन्फैक्शनरी कंपनियों की लिवाली हल्की चल रही है।मेंथा ऑय कारोबारी सुधीर गावा ने बताया कि मेंथा आयल की मांग में लगातार कमी देखी जा रही है। जिससे इसके भाव पिछले दस दिनों में 10 फीसदी तक गिर चुके हैं। दिल्ली के मेंथा ऑयल बाजार में मेंथा ऑयल सस्ता होने से मैंथोल क्रिस्टल बोल्ड 630 से गिरकर 570 रुपये, मेंथोल फ्लैक्स 615 से गिरकर 553 रुपये और डीएमओ 410 से गिरकर 360 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है जबकि मेंथा ऑयल 545 से घटकर 493 रुपये प्रति किलो रह गया है। मेंथा ऑयल की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। गावा का कहना है कि इसके मूल्य 20 से 25 रुपये प्रति किलो और गिर सकते हैं। हालांकि दिसंबर के बाद मांग बढ़ने से इसमें दोबारा तेजी की भी संभावना जताई जा रही है। आने वाले दिनों में मेंथा तेल में उपभोक्ता उद्योगों की मांग निकलने की संभावना जताई जा रही है। गावा का भी मानना है कि जनवरी के आसपास भाव सुधर सकते हैं। चंदौसी के मेंथा में कारोबार करने वाले धमेर्ंद्र कुमार ने बताया कि मेंथा के भाव काफ ी गिर चुके है ऐसे उम्मीद है कि अब इसकी मांग में बढ़ोतरी हो सकते है।उनका भी कहना है कि इसके मूल्यों में और नरमी आ सकती है। तीन माह पहले सट्टेबाजी होने से इसके भाव 750 रुपये प्रति किलो से भी ऊपर चले गए थे जबकि सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में इसक ा भाव 625 रुपये किलो था। लेकिन अब सट्टेबाजी कम होने और मांग में आ रही लगातार गिरावट से भाव गिरने लगे हैं। (Business Bhaskar)

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