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24 दिसंबर 2008

किसानों द्वारा बिकवाली बढ़ा देने से इलायची में गिरावट का रुख

किसानों की बिकवाली बढ़ने से पिछले तीन-चार दिनों में इलायची के भावों में 30 से 40 रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई। जानकारों के अनुसार गत सप्ताह के शुरू में उत्पादक क्षेत्रों में वर्षा हुई जो फसल के लिए अच्छी मानी जा रही है। इससे उत्पादन में बढ़ोतरी तो होगी ही, साथ ही किसानों की बिकवाली जारी रहेगी। लेकिन निर्यातकों की अच्छी मांग को देखते हुए मौजूदा भावों में लेकिन भारी गिरावट के आसार नहीं है। हालांकि अभी भाव 10 से 20 रुपये प्रति किलो और गिर सकते हैं। केरल की कुमली मंडी के इलायची व्यापारी अरुण अग्रवाल ने बताया कि गत सप्ताह के शुरू में उत्पादक क्षेत्रों में वर्षा हुई थी। हालांकि पिछले दो-तीन दिनों से मौसम साफ चल रहा है। इस वजह से किसानों की बिकवाली बढ़ी है। बिकवाली के दबाव से पिछले दो-तीन दिनों में इसके भावों में 30 से 40 रुपये प्रति किलो की गिरावट आकर 6.5 एमएम क्वालिटी के भाव 450 से 460 रुपये, 7 एमएम के भाव 490 से 500 रुपये और 8 एमएम के भाव 540 से 550 रुपये प्रति किलो रह गए। इस समय इलायची में चौथी तुड़ाई चल रही है इसलिए बोल्ड किस्म सात एमएम और आठ एमएम की इलायची की आवक ज्यादा हो रही है। चालू फसल सीजन में देश में इलायची के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में मौसम फसल के अनुकूल रहा है।चालू वर्ष में देश में इलायची का उत्पादन बढ़कर 12,000 टन होने के आसार हैं जबकि पिछले वर्ष देश में इलायची का उत्पादन 9,470 टन का ही हुआ था। अत: उत्पादन में हुई बढ़ोतरी के कारण किसानों की बिकवाली ज्यादा आ रही है जबकि स्टॉकिस्टों की खरीद कमजोर है। निर्यातकों की अच्छी मांग को देखते हुए इसके मौजूदा भावों में भारी गिरावट के आसार नहीं है। वैसे भी 15 जनवरी के बाद बोल्ड क्वालिटी की इलायची की आवक कम हो जाएगी। मुंबई के इलायची निर्यातक मूलचंद रुबारल ने बताया कि इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय इलायची 6.5 एमएम के भाव 10.50 डॉलर, 7 एमएम के 11.50 डॉलर और 8 एमएम के भाव 13.50 डॉलर प्रति किलो चल रहे हैं। भारतीय इलायची की क्वालिटी ग्वाटेमाला के मुकाबले अच्छी होने के कारण खाड़ी देशों से अच्छी मांग बनी हुई है। उधर ग्वाटेमाला में इस साल इलायची का उत्पादन पिछले साल के 22,000 टन के मुकाबले घटकर 18 से 19 हजार टन होने की उम्मीद है। इस समय ग्वाटेमाला की फसल की आवक का दबाव बना हुआ है। भारतीय मसाला बोर्ड के सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से अक्टूबर तक इलायची का निर्यात बढ़कर 275 टन का हो चुका है। पिछले वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 235 टन का ही हुआ था। (Business Bhasakar.........R S Rana)

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