कुल पेज दृश्य

31 जनवरी 2009

अगले माह चने में गिरावट के आसार

फरवरी के दूसरे पखवाड़े में मध्य प्रदेश की मंडियों में चने की नई आवकों का दबाव बनने के बाद भावों में गिरावट की संभावना है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में नई फसल की आवक हो रही है। लेकिन अन्य दालों के भावों में आई तेजी और स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आने से चने के भाव मजबूत बने हुए हैं। चालू फसल सीजन में बुवाई क्षेत्रफल बढ़ने से चने की पैदावार बढ़ने की संभावना है। ऐसे में फरवरी के आखिर तक चने के मौजूदा भावों में 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है।समर्थन मूल्य में बढ़ोतरीचालू फसल सीजन में केंद्र सरकार ने चने के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 130 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर भाव 1730 रुपये प्रति क्विंटल तय किये हैं।बुवाई क्षेत्रफल बढ़ाकृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार चालू फसल सीजन में देश में चने की बुवाई 85.33 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में हुई है। जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में देश में इसकी बुवाई मात्र 77.93 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में ही हुई थी। अभी तक लगभग सभी उत्पादक राज्यों में मौसम भी फसल के अनुकूल रहा है। ऐसे में चालू सीजन में देश में चने की पैदावार पिछले साल के 59 लाख टन से ज्यादा होने की संभावना है। केंद्र सरकार ने नई फसल के उत्पादन का लक्ष्य 62 लाख टन का रखा है।नई फसल की आवकचना व्यापारी बिजेंद्र गोयल ने बताया कि कर्नाटक की मंडियों में चने की दैनिक आवक 12 से 15 हजार बोरियों की हो रही है जबकि यहां भाव 2300 से 2350 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। महाराष्ट्र की मंडियों में भी नई फसल की आवक 10 से 12 हजार बोरियों की हो रही है जबकि यहां इसके भाव 2350 से 2400 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि फरवरी-मार्च में मध्य प्रदेश और राजस्थान की मंडियों में नई फसल की आवकों का दबाव बनने के बाद चने के भावों में 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट के आसार हैं।बकाया स्टॉकअजय इंडस्ट्रीज के सुनील अग्रवाल ने बताया कि मध्य प्रदेश की मंडियों में चने का बकाया स्टॉक करीब तीन से चार लाख टन का बचा हुआ है। नई फसल को देखते हुए मिलर जरूरत के हिसाब से ही खरीददारी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की मंडियों में चने के भाव 2000 रुपये प्रति क्विंटल व इंदौर मंडी में चने के भाव 2175 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में चने के बुवाई क्षेत्रफल में तो बढ़ोतरी हुई ही है साथ ही अभी तक मौसम भी फसल के अनुकूल है। ऐसे में चालू सीजन में उत्पादन में भारी बढ़ोतरी के आसार हैं।दिल्ली बाजार में आवकचना व्यापारी राधेश्याम गुप्ता ने बताया कि दिल्ली बाजार में चने की दैनिक आवक 22 से 25 मोटरों की हो रही है जबकि चना दाल में मांग कमजोर होने से यहां राजस्थान के चने के भाव 2225 रुपये और मध्य प्रदेश लाईन के चने के भाव 2200 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।चने का आयातसूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में सरकारी एजेंसियों ने बर्मा, तंजानिया और आस्ट्रेलिया से 17,000 टन चने का आयात किया है। इस समय मुंबई में आस्ट्रेलियाई चने के भाव 2320 रुपये प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। चूंकि अगले दस-पंद्रह दिनों में घरेलू फसल की आवकों का दबाव बन जाएगा इसलिए नये आयात सौदे कम रहे हैं।वायदा में मजबूतीउत्पादक क्षेत्रों में नई आवकों का दबाव न होने से एनसीडीईएक्स पर मार्च वायदा में भाव 2350 रुपये प्रति क्विंटल पर मजबूत बने हुए है लेकिन मध्य फरवरी में आवकों का दबाव बनने के बाद इसमें गिरावट के आसार हैं। (Business Bhaskar...R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: