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24 फ़रवरी 2009

बार्गेनिंग हंट का शिकार हुआ सोना

सोने में पिछले दस दिनों की जारी तेजी अब गिरावट में बदल गई है। वैव्श्रिक बाजारों में आई गिरावट की वजह से घरलू बाजारों में भी सोने में नरमी देखी गई। जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने में और गिरावट देखी जा सकती है। लिहाजा निवेशकों को मौजूदा स्तरों पर निवेश से बचना चाहिए। सोमवार को दिल्ली में सोना करीब पचास रुपये की गिरावट के साथ 15,670 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव बिका। कारोबारियों के मुताबिक वैव्श्रिक बाजारों में आई गिरावट से घरलू बाजारों में सोने की कीमतों में गिरावट आई है। वायदा बाजार में भी सोने की कीमतों में गिरावट का रुख देखा गया। देर शाम शुरू हुए एमसीएक्स सोना अगस्त वायदा में करीब एक फीसदी की गिरावट के साथ 15,762 रुपये प्रति दस ग्राम पर कारोबार करता देखा गया। लंदन में हाजिर सोना करीब 11.36 डॉलर की गिरावट के साथ 981.54 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार किया। जबकि न्यूयार्क मर्केटाईल एक्सचेंज में अप्रैल सोना वायदा करीब 14 डॉलर की गिरावट के साथ 988.20 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता देखा गया। जानकारों के मुताबिक अमेरिकी सरकार द्वारा सिटी ग्रुप में हिस्सेदारी बढ़ने की संभावना से कई देशों के शेयर बाजारों में तेजी आई है। जिसका असर सोने के कारोबार पर पड़ा है। वहीं वैव्श्रिक बाजार में कच्चे तेल को 40 डॉलर के पार पहुंचने से भी सोने में ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली बढ़ी है। बुलियन डेस्क के जेम्स मूरी के मुताबिक शॉर्ट टर्म में सोना 950 डॉलर तक आ सकता है। लेकिन आने वाले दिनों में तेजी जारी रह सकती है। हालांकि सोने का कारोबार पूरी तरह से शेयर बाजारों की गतिविधियों पर टिका हुआ है। घरलू बाजारों में सोने को रिकार्ड स्तर पर जाने के बाद आई गिरावट के बावजूद जानकार, निवेशकों को फिलहाल इससे दूरी बनाए रखने का सुझाव दे रहे हैं। माना यह जा रहा है कि सोने का अगला पड़ाव 17,000 रुपये हो सकता है। लेकिन कुछ दिनों के लिए इससे दूर रहना बेहद जरुरी है। एसएमसी ग्लोबल के वाईस प्रेसिडेंट राजेश जैन ने बताया कि मौजूदा समय में गोल्ड ईटीएफ में निवेश बढ़ने, शादियों की मांग और शेयर बाजारों में गिरावट की वजह से सोने की चमक बढ़ी है। लेकिन शेयर बाजारों में तेजी आती है तो सोने में दोबारा नरमी देखी जा सकती है।उन्होंने बताया कि मौजूदा समय सोने में मुनाफा वसूली का है। सोने को दोबारा 14,000-14,500 रुपये के स्तर पर आने का इंतजार किया जा सकता है। मौजूदा समय में एनएसई में पांच गोल्ड ईटीएफ सुचिबद्ध हैं। जिसमें कोटक गोल्ड, गोल्ड शेयर, बोल्ड बीस, रिलायंस गोल्ड और `ांटम गोल्ड शामिल हैं। पिछले महज तीन महीनों के दौरान ईटीएफ गोल्ड से निवेशकों ने करीब 15 फीसदी का मोटा मुनाफा कमाया है। जिसमें आने वाले छह महीनों के दौरान करीब 20 फीसदी का इजाफा होने की संभावना है। (Business Bhaskar)