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27 मार्च 2009

सोने का शुद्ध निर्यातक बनने की राह पर भारत

मुंबई। पिछले कुछ महीनों के दौरान वैव्श्रिक बाजार में सोने में तेजी की वजह से भारत में सोने का आयात बेहद कम रहा। इस दौरान यहां से तुलनात्मक रुप से निर्यात बढ़ा है। इस साल फरवरी के दौरान सोने में तेजी से घरलू बाजारों में सोने की मांग कम रही। लिहाजा देश में सोने का आयात बिल्कुल ही नहीं हुआ। मार्च में भी सोने का आयात नहीं होने के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं वैव्श्रिक बाजारों में ऊंची कीमतों की वजह से निर्यातकों को घरलू बाजार की तुलना में बेहतर दाम मिल रहे हैं। इस साल फरवरी और मार्च के दौरान यहां से करीब छह टन सोने का निर्यात होने का अनुमान है। इस दौरान गोल्ड स्क्रैप बिक्री में करीब चार गुने का इजाफा हुआ है। पिछले महीने दिल्ली से करीब सौ किलो सोने का निर्यात हुआ है। सराफा कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए इस समय निर्यात कारोबार एक आसान रास्ता दिख रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से निजी तौर पर सोना निर्यात करने पर प्रतिबंधित है। लेकिन आभूषण और सिक्कों के जैसे सोने के मूल्य वर्धित उत्पादों का निर्यात हो सकता है। (Business Bhaskar)

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