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27 मई 2009

इंडोनेशिया पाम तेल पर लगाएगा निर्यात टैक्स

क्रूड पाम तेल की बढ़ती कीमतों पर नकेल के लिए इंडोनेशिया सरकार अगले महीने से इसके निर्यात पर तीन फीसदी टैक्स लगाने जा रही है। वैश्विक और घरलू बाजारों में भाव घटने के कारण पिछले सात महीने से यहां से क्रूड पाम तेल का शुल्क मुक्त निर्यात हो रहा था। लेकिन अब घरलू बाजरों में बढ़ते भावों पर नकेल के लिए सरकार इसके निर्यात को हतोत्साहित करने की तैयारी कर रही है। हालांकि आने वाले दिनों में इसका असर घरलू खाद्य तेल बाजार पर पड़ने की संभावना कम ही है। गौरतलब है कि इंडोनेशिया से होने वाले क्रूड पाम तेल का निर्यात शुल्क मुक्त तभी रह सकता है जब इसके भाव 700 डॉलर प्रति टन या उससे नीचे हों। विदेश व्यापार महासचिव दिया मौलिदा के मुताबिक अप्रैल-मई के दौरान रोटरडम बंदरगाह पर क्रूड पाम तेल का औसत भाव करीब 774.93 डॉलर प्रति टन था। यानी अब इस पर तीन फीसदी निर्यात कर लगाया जा सकता है। सरकारी नियमों के मुताबिक 701-750 डॉलर प्रति टन भाव होने पर निर्यात कर 1.5 फीसदी, 751-800 डॉलर प्रति टन पर 3 फीसदी, 801-850 डॉलर प्रति टन पर 4.5 फीसदी, 851-900 डॉलर प्रति टन पर 6 फीसदी, 901-950 डॉलर प्रति टन पर 7.5 फीसदी और 951-1000 डॉलर प्रति टन के भाव पर 10 फीसदी निर्यात कर प्रस्तावित है। उल्लेखनीय है कि 700 डॉलर प्रति टन से नीचे यदि भाव रहता है तो निर्यात कर शून्य है। इस दौरान भारत में होने वाले खाद्य तेलों के आयात और घरलू कीमतों में इंडोनेशिया के इस कदम का कोई असर पड़ने की संभावना है। सोपा के प्रवक्ता राजेश अग्रवाल के मुताबिक इंडोनेशिया सरकार की ओर से दो सप्ताह पहले ही इस आशय का संकेत दिया जा चुका है। ऐसे में इस कदम का जितना असर पड़ना था, वह पड़ चुका है। इस दौरान मलेशिया भी निर्यात के मसले पर अपनी रणनीति मजबूत कर लिया है। कारोबारियों का मानना है कि इंडोनेशिया से निर्यात महंगा होने के बावजूद इस साल पिछले साल की तुलना में ज्यादा क्रूड पाम तेल का आयात होने की संभावना है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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