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25 जून 2009

अगली तिमाही के लिए चीनी का कोटा बढ़ने की संभावना

केंद्र सरकार जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए चीनी के कोटा में इजाफा कर सकती है। इस दौरान पड़ने वाले त्यौहारों में मांग बढ़ने की संभावना से कोटे में करीब 29 फीसदी इजाफा करने की उम्मीद जताई गई है। त्यौहारी सीजन होने के नाते इस दौरान हर साल चीनी की मांग बढ़ जाती है। जिससे भाव बढ़ने के आसार रहते हैं। बॉम्बे शुगर मर्चेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक जैन के मुताबिक सरकार इस दौरान करीब 45 लाख टन चीनी का कोटा जारी कर सकती है। ज्ञात हो कि इस साल कम उत्पादन की वजह से चीनी के भाव में तगड़ी तेजी आ चुकी है। जिस पर अंकुश के लिए सरकार की ओर से कवायद जारी है। हालांकि सरकार के उपायों के बावजूद चीनी की कीमतों में तेजी जारी है। हाल ही में सरकार ने स्टॉक लिमिट का कड़ाई से लागू करने की राज्यों को हिदायत दी है।पिछले साल समान अवधि के लिए सरकार की ओर से करीब 35 लाख टन चीनी का कोटा जारी किया गया था। इस साल जारी होने वाले कोटे में से जुलाई के लिए 13 लाख टन और अगस्त व सितंबर के लिए क्रमश: 16-16 लाख टन चीनी बिक्री के लिए उपलब्ध रह सकती है। चालू साल के दौरान घरलू बाजार में चीनी की कीमत करीब 27 फीसदी बढ़ चुकी हैं। मौजूदा समय में चीनी का हाजिर भाव करीब 2372 रुपये प्रति क्विंटल है। इस साल देश में करीब 147 लाख टन चीनी का उत्पादन होने की संभावना है। पिछले साल करीब 263 लाख टन उत्पादन हुआ था। चालू बुवाई सीजन में अभी तक हुई बुवाई में गन्ने का रकबा घटा है। इस समय उत्तर भारत में मौसम प्रतिकूल बना हुआ है।आईसीई एक्सचेंज में चीनी वायदा मजबूतसिंगापुर। आईसीई एक्सचेंज में जुलाई चीनी वायदा के निपटान से पहले चीनी की कीमतों में तगड़ी तेजी आई है। इस बीच एशिया के हाजिर बाजारों में भी भाव तेज रहने से कारोबारी बड़े सौदों से परहेज कर रहे हैं। जानकारों का मानना है कि ऐसे रुझान से जुलाई वायदा निपटान के दौरान डिलीवरी ज्यादा हो सकती है। मंगलवार को कारोबार के दौरान आईसीई अक्टूबर चीनी वायदा करीब 4.6 फीसदी की उछाल के साथ करीब 16.98 सेंट प्रति पाउंड पर पहुंच गई। दिन भर के कारोबार के दौरान यह 17 सेंट के ऊपरी स्तर पर भी देखा गया जो जुलाई 2007 के बाद का उच्चर स्तर है। (Business Bhaskar)

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