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29 जून 2009

मिल सकती है गेहूं उत्पादों के निर्यात की अनुमति

नई दिल्ली: केंद्र सरकार जल्द ही आटा, सूजी और मैदा जैसे गेहूं से बने उत्पादों के निर्यात की अनुमति दे सकती है, हालांकि मानसून में देर को देखते हुए गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध जारी रहेगा। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) के एक अधिकारी ने बताया कि वाणिज्य मंत्रालय ने 6.5 लाख टन गेहूं के उत्पादों के निर्यात को मंजूरी दी है जिसके संबंध में दिशानिर्देश जल्द ही आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (अपेडा) इस निर्यात पर नजर रखेगा। पिछली सरकार के विशेषाधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह ने 15 मई के बाद 20 लाख टन गेहूं और गेहूं से बने उत्पादों के निर्यात की अनुमति दी थी। गेहूं के निर्यात पर वर्ष 2007 की शुरुआत में प्रतिबंध लगाया गया था। गेहूं निर्यात को मिली अनुमति को टालने का फैसला इसलिए किया गया है, क्योंकि सरकार खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्यान्न की जरूरतों को पूरा करना चाहती है। 25 मई को खाद्य और कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा था, 'हम गेहूं निर्यात पर लगी पाबंदी को हटाने के लिए जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि मौजूदा समय में सरकार के ऊपर सबसे बड़ी जिम्मेदारी उचित दाम पर प्रत्येक व्यक्ति को गेहूं की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।' (ET Hindi)

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