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29 अगस्त 2009

गेहूं, जौ की उपयुक्त किस्में सुझरइ

देशभर में चीनी की कीमतों पर सरकार की कड़ी नजर है और वह मूल्यों को नियंत्रित करने से पीछे नहीं हटेगी। यह बात वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कही। उन्होंने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक विकास दर छह फीसदी से ज्यादा रहने की उम्मीद है। एडिटर्स गिल्ड के सदस्यों के साथ बैठक में वित्त मंत्री ने कहा कि गन्ने के उत्पादन में कमी से सरकार चिंतित है। लेकिन चीनी की बढ़ती कीमतों पर सरकार नजर रखे हुए है। दरअसल, रिटेल बाजार में चीनी की कीमत 35 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। चीनी का उत्पादन चालू सीजन में 150 लाख टन रहने की संभावना है जबकि देश में सालाना खपत 225 लाख टन है।बीते साल भी चीनी का उत्पादन 150 लाख टन से कम रहा था। इस कारण से चीनी की उपलब्धता कम हो गई। इसको लेकर सरकार चिंतित है। अब सरकार चीनी की कीमतों पर नजर रखे हुए है जबकि हाल ही में चीनी पर स्टॉक लिमिट लगाई गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष में जीडीपी छह फीसदी से ज्यादा रह सकती है। (बिज़नस भास्कर)

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