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24 सितंबर 2009

कमजोर मॉनसून से सूख सकती है मुनाफे की गंगा

कोलकाता/मुंबई August 11, 2009
सरकार ने भी आखिरकार मान लिया कि कमजोर मॉनसून के चलते चालू वित्त वर्ष में खाद्यान्न उत्पादन में करीब 20 फीसदी की गिरावट आ सकती है।
इसके साथ ही देशभर के 161 जिलों को सूखा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है। ऐसे में एफएमसीजी कंपनियां और कंज्यूमर डयूरेबल्स निर्माता अपने उत्पादों की कीमतों में इजाफा करने से पहले देखो और इंतजार करो की नीति अपना रहे हैं।
एचयूएल और डाबर की कुल आय में करीब 50 फीसदी हिस्सेदारी ग्रामीण इलाकों की है। वहीं इमामी और कोलगेट की कुल आय का 25 से 25 फीसदी हिस्सा ग्रामीण इलाकों से आती है। मैरिको और आईटी की आय में ग्रामीण क्षेत्रों की हिस्सेदारी 22 से 25 फीसदी है।
ऐसे में कमजोर मॉनसून के चलते ग्रामीण इलाकों की आय पर असर पड़ा सकता है, जिससे इन कंपनियों की आय पर भी दबाव बना हुआ है। 5,000 करोड़ रुपये के पैकेज्ड उत्पाद उद्योगों की कुल बिक्री में भी ग्रामीण इलाकों की हिस्सेदारी 60 फीसदी है।
केपीएमजी के एफएमसीजी विश्लेषक आनंद रामनाथन का कहना है कि कमजोर मॉनसून से एफएमसीजी और कंज्यूमर डयूरेबल्स कंपनियों की आय पर असर पड़ना स्वाभाविक है। लागत बढ़ने से एफएमसीजी कंपनियों के मुनाफे पर भी असर पड़ सकता है। चीनी की कीमतें पहले ही 29 साल के उच्च स्तर पर चल रही हैं।
त्योहारी सीजन में कंज्यूमर डयूरेबल्स कंपनियों की कुल बिक्री का 35 से 40 फीसदी बिक्री होती है। ऐसे में कमजोर मॉनसूनसे शहरी और ग्रामीण इलाकों के लोगों की आय प्रभावित होने से लोग कंज्यूमर डयूरेबल्स पर कम खर्च कर सकते हैं।
इमामी ग्रुप के निदेशक आदित्य अग्रवाल का कहना है कि कमजोर मॉनसून से मांग कम हो सकती है, वहीं लागत में भी इजाफा होने की आशंका है। हालांकि कंपनी पर्सनल केयर और फूड उत्पादों की कीमतों में फिलहाल इजाफे की कोई आशंका नहीं है।
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के उपाध्यक्ष एच के प्रेस का कहना है कि अभी चिंता की कोई बात नहीं है। मॉनसून का थोड़ा बहुत असर पड़ सकता है, लेकिन सरकार की नरेगा योजना और बुनियादी क्षेत्रों पर निवेश से लोगों के पास पैसा आने की उम्मीद है। कंज्यूमर डयूरेबल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को थोड़ी चिंता तो है, लेकिन बिक्री को लेकर वे आशान्वित हैं।
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी की कुल आय में अर्ध शहरी क्षेत्र की हिस्सेदारी 20 फीसदी है। ऐसे में ग्रामीण इलाकों की आय पर असर पड़ने से कंपनी की बिक्री भी प्रभावित हो सकती है। गोदरेज ऐंड बॉएस के उपाध्यक्ष (मार्केटिंग) कमल नंदी का कहना है कि चौथी तिमाही में कंज्यूमर डयूरेबल्स की बिक्री पर असर पड़ने की आशंका है। अ(बीएस हिन्दी)

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