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25 फ़रवरी 2010

सात लाख टन रॉ शुगर से तैयार चीनी जल्द बाजार में

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयातित रॉ शुगर (गैर-रिफाइंड चीनी) की आवक पर से रोक हटने के बाद करीब 6-7 लाख टन चीनी अगले 10-15 दिन में बाजार में पहुंचने की संभावना है। इससे चीनी के दाम में और गिरावट आने की उम्मीद बन गई है। रोक हटने के बाद बंदरगाहों पर अटकी करीब रॉ-शुगर के चीनी तैयार करने का रास्ता साफ हो गया है। घरलू बाजार में पिछले पंद्रह दिनों में चीनी की कीमतों में करीब 800 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। सिंभावली शुगर लिमिटेड के निदेशक डॉ. जी. एस. सी. राव ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयातित रॉ शुगर लाने पर से रोक हटाने का असर चीनी की कीमतों पर पड़ेगा। राज्य की मिलों द्वारा आयात की गई 9 लाख टन रॉ-शुगर में से मिलों ने करीब दो-तीन लाख टन दूसर राज्यों की मिलों में रिफाइंड करने के लिए भेजी जा चुकी है। बाकी बची छह-सात लाख टन रॉ-शुगर के रिफाइंड होने से घरलू बाजार में उपलब्धता बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयातित रॉ-शुगर की आवक पर रोक लगाने से राज्य की मिलों ने नए आयात सौदे बंद कर दिए थे। लेकिन अब चूंकि रोक हट गई है इसलिए राज्य की मिलें नए आयात सौदे करेंगी। जिससे घरलू बाजार में उपलब्धता बढ़ेगी।इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा चीनी की साप्ताहिक बिक्री शुरू करवाने से बिकवाली का दबाव बना हुआ है। जिससे चीनी की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। पिछले पंद्रह-बीस दिनों में चीनी की कीमतों में करीब 800 रुपये की गिरावट आकर एक्स-फैक्ट्री भाव 3400-3450 रुपये और दिल्ली थोक बाजार में 3550-3600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। का असर चीनी कीमतों पर पड़ने की संभावना है। उत्तर प्रदेश में चीनी की एक्स-फैक्ट्री कीमतें घटकर बुधवार को 3400-3450 रुपये और दिल्ली थोक बाजार में 3550-3600 रुपये प्रति `िंटल रह गई। (बिज़नस भास्कर...आर अस राणा)

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