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19 मार्च 2010

इलायची में निर्यातकों की मांग से और तेजी संभव

अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों के निर्यातकों की मांग बढ़ने से पिछले एक सप्ताह में इलायची की कीमतों में करीब छह फीसदी की तेजी आ चुकी है। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय इलायची के दाम एक डेढ़ डॉलर प्रति किलो बढ़ गए हैं। नीलामी केंद्रों पर पहले की तुलना में आवक कम हो गई है तथा उत्पादक राज्यों में बारिश नहीं हो रही है। जिससे मौजूदा कीमतों में और भी तेजी की संभावना है। मुंबई स्थित मैसर्स सैमक्स एजेंसी के मैनेजिंग डायरक्टर मूलचंद रुबारल ने बताया कि ग्वाटेमाला में उत्पादन घटने से बिकवाली कम आ रही है। जिससे भारत से निर्यात मांग ज्यादा बनी हुई है। इसीलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले एक सप्ताह में भारतीय इलायची के दाम डेढ़ डॉलर बढ़कर 25.75 से 28.50 डॉलर प्रति किलो हो गए हैं। उधर ग्वाटेमाला की इलायची का भाव 23 से 25 डॉलर प्रति किलो चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्वाटेमाला में इलायची के उत्पादन में करीब 11.7 फीसदी की कमी आकर कुल उत्पादन 15 हजार टन ही होने का अनुमान है। पिछले साल भी ग्वाटेमाला में उत्पादन 17 हजार टन का ही हुआ था। प्रतिकूल मौसम से पिछले दो साल से ग्वाटेमाला में उत्पादन में कमी देखी जा रही है। मालूम हो कि ग्वाटेमाला में सामान्यत: इलायची का उत्पादन 22 से 23 हजार टन का होता है। निर्यातकों की मौजूदा मांग को देखते हुए आगामी दिनों में विदेशी बाजार में भारतीय इलायची में लगभग एक से दो डॉलर प्रति किलो की तेजी की संभावना है। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से जनवरी तक इलायची का निर्यात बढ़कर करीब 1,490 टन का हो चुका है। तथा अभी तक हुए निर्यात सौदों को देखते हुए मार्च के आखिर तक निर्यात बढ़कर 1,750 टन होने का अनुमान है। केरल की कुमली मंडी स्थित मैसर्स अग्रवाल स्पाइसेज के प्रोपराइटर अरुण अग्रवाल ने बताया कि इस समय नीलामी केंद्रों पर इलायची की साप्ताहिक आवक घटकर 100-110 टन की रह गई है। नीलामी केंद्रों पर 6.5 एमएम की इलायची के भाव बढ़कर 1060-1070 रुपये, 7 एमएम की इलायची के भाव 1100 से 1110 रुपये, 7.5 एमएम की इलायची के भाव 1140 से 1150 रुपये और 8 एमएम की इलायची का भाव बढ़कर 1190 से 1210 रुपये प्रति किलो हो गए। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

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