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17 मार्च 2010

बेहतर उत्पादन के बावजूद दालों में आई कृत्रिम तेजी

भारत ही नहीं बल्कि म्यांमार में भी दालों की पैदावार बढ़ने का अनुमान है लेकिन देश में दलहन के बड़े खिलाड़ी दाम चढ़ाने में लगे हैं। तेजी की इसी कोशिश के चलते पिछले पंद्रह दिनों में आयातित उड़द, मूंग पेड़ीसेवा, लेमन अरहर की कीमतों में 4 से 11 फीसदी की तेजी आ चुकी है। घरलू बाजार में देसी दलहनों के दाम भी 6-10 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। जबकि इस साल न सिर्फ देश में रबी दलहनों के उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना है बल्कि म्यांमार में भी उड़द और अरहर की पैदावार ज्यादा रहने की उम्मीद की जा रही है। देश में दर्जन भर से ज्यादा बड़े दलहन आयातक हैं। इनमें से कई आयातकों की अपनी दाल मिलें भी हैं। बड़े आयातकों और व्यापारिक फर्मो में अदानी एक्सपोर्ट, कोगता इंपोर्ट-एक्सपोर्ट प्रा। लि., ओलम एक्सपोर्ट्स इंडिया, पूना दाल एंड बेसन मिल्स, रुचि वल्र्डवाइड लि., एसआरएस इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट प्रमुख हैं। गौरतलब है कि दलहन के कारोबार में महाराष्ट्र सबसे बड़ा राज्य है। बाजार में आई तेजी के बार में बंदेवार दाल एंड बेसन मिल के डायरक्टर सुनील बंदेवार ने बताया कि आयातकों ने दिसंबर-जनवरंी में ऊंचे दाम पर दालों का आयात किया था, जबकि घरलू बाजार में अरहर के साथ ही रबी दलहनों के उत्पादन में बढ़ोतरी होने से अरहर, उड़द, मूंग और मसूर की थोक कीमतों में भारी गिरावट आ गई। जिससे आयातकों को नुकसान हो रहा था। इसीलिए आयातकों ने बिकवाली पहले की तुलना में घटा दी, जिससे भाव में सुधार हो सके। उधर विदेश में भाव घटने के कारण आयात सौदे ज्यादा होने लगे तो म्यांमार के निर्यातकों ने भी बढ़ा दिए। उन्होंने बताया कि मौजूदा मार्च में तो दाम तेज रह सकते हैं लेकिन अप्रैल में फिर दलहन की कीमतें घट जाएंगी। मैसर्स रिका ग्लोबल इम्पैक्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरक्टर सुरश अग्रवाल ने बताया कि म्यांमार में अरहर का उत्पादन 5.5 लाख टन और उड़द का आठ लाख टन होने का अनुमान है जो पिछले साल के क्रमश: 3.5 लाख और 6 लाख टन से ज्यादा है। कृषि मंत्रालय के अनुसार घरलू अरहर का उत्पादन भी वर्ष 2008-09 के 22.7 लाख टन से बढ़कर 25 लाख टन होने का अनुमान है। ऐसे में हाल ही में आई तेजी स्थिर रहने की संभावना नहीं है। जलगांव के दलहन आयात संतोष उपाध्याय ने बताया कि चालू महीने में आयातित लेमन अरहर की कीमतों में म्त्न की तेजी आकर भाव 960-980 डॉलर, उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में 8 फीसदी की तेजी आकर भाव 930-1030 डॉलर, मूंग पेड़ीसेवा के दाम 11त्न बढ़कर 1300-1310 डॉलर प्रति टन हो गए हैं। इस दौरान उत्पादक राज्यों की मंडियों में अरहर की कीमतों में दस फीसदी की तेजी आकर भाव 4200-4350 रुपये, उड़द की कीमतों में 9 फीसदी की तेजी आकर भाव 4100-4500 रुपये और मूंग की कीमतों में 6.8 फीसदी की तेजी आकर भाव 6000 से 6200 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान दिल्ली थोक बाजार में उड़द दाल की कीमतें मजबूत होकर 4500-6000 रुपये, अरहर दाल की कीमतें 5400 से 6200 रुपये और मूंग दाल के दाम 7400-8500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। rana@businessbhaskar.netबात पते कीऊंचे भाव पर दिसंबर-जनवरंी में हुए ऊंचे भाव के सौदों से आयातकों को घरलू बाजार में नुकसान हो रहा है। इसीलिए आयातकों ने बिकवाली घटा दी, जिससे भाव में सुधार हो सके। (बिसनेस भास्कर....आर अस राणा)

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