कुल पेज दृश्य

26 मार्च 2010

सीडब्ल्यूसी बढ़ाएगी भंडारण क्षमता

केंद्रीय भंडारण निगम (सीडब्ल्यूसी) वित्त वर्ष 2010-11 में 1।17 लाख टन भंडारण के लिए नए वेयर हाउस का निर्माण करेगी। सीडब्ल्यूसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नए वेयर हाउसों का निर्माण कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और उड़ीसा में किया जाएगा। अधिकारी के मुताबिक नए वेयर हाउसों के निर्माण में करीब 50 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। निगम को एक टन की भंडारण क्षमता विकसित करने पर लगभग 4,000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इस समय निगम की भंडारण क्षमता 106.5 लाख टन की है। देश भर में निगम के 492 वेयर हाउस हैं। चालू वित्त वर्ष में निगम ने 88 हजार टन भंडारण के लिए वेयर हाउसों का निर्माण किया है। नए वेयर हाउसों का निर्माण होने के बाद निगम की कुल भंडारण क्षमता बढ़कर 108.55 लाख टन की हो जाएगी। चालू वित्त वर्ष में भी निगम ने 88 हजार टन भंडारण क्षमता के लिए तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और कर्नाटक में वेयर हाउस बनाए हैं जो मार्च के आखिर तक तैयार होने की संभावना है। करीब 400 से भी अधिक वस्तुओं, जिनमें कृषि उत्पाद, औद्योगिक कच्चा माल, तैयार माल और जल्दी खराब होने वाली खाद्य वस्तुएं भी शामिल हैं, भंडारण किया जाता है। पिछले 31 जनवरी तक के आंकड़ों के अनुसार निगम की 84 फीसदी भंडारण क्षमता का उपयोग हो रहा है। इस समय निगम की 16 फीसदी भंडारण क्षमता का उपयोग नहीं हो रहा है। यानि ये गोदाम खाली हैं। निगम के 30 लाख टन के वेयर हाउस भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के पास हैं। मालूम हो कि एफसीआई के पास अपनी भंडारण क्षमता लगभग 288 लाख टन की है, जबकि खाद्यान्न का स्टॉक 400 लाख टन से ज्यादा है। गेहूं की सरकारी खरीद अभी शुरू ही हुई है। (बिज़नस भास्कर)

कोई टिप्पणी नहीं: