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07 मई 2010

ग्रीस संकट से कॉपर के दाम धराशाई

ग्रीस संकट के बाद समूचे यूरोप और अन्य बाजारों में आर्थिक संकट को लेकर व्याप्त चिंता के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉपर के मूल्य में जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गई है। पिछले 20 दिन में ही कॉपर के दाम लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) में करीब 13 फीसदी की गिरावट आई है। विदेशी बाजार की मंदी से घरेलू बाजार में इसके मूल्य पर असर पड़ा। समान अवधि में घरेलू बाजार में कॉपर करीब दस फीसदी सस्ता हो गया।पिछले 20 दिनों के दौरान एलएमई में कॉपर तीन माह अनुबंध के दाम 7,875 डॉलर से घटकर स्त्र8भ्त्त डॉलर प्रति टन रह गए हैं। वहीं घरेलू हाजिर बाजार में इसके दाम 356 रुपये से घटकर 318 रुपये प्रति किलो के स्तर पर आ गए हैं। कॉपर कारोबारी सुरश चंद गुप्ता ने बिजनेस भास्कर को बताया कि बीते दिनों में एलएमई में कॉपर के दाम काफी घटने की वजह से घरेलू बाजार में इसके मूल्यों में करीब 10 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। उनका कहना है कि घरेलू बाजार में कॉपर के दाम एलएमई के अनुसार ही घटते-बढ़ते हैं। एलएमई मंे कॉपर की कीमतों में गिरावट के बार में एंजिल ब्रोकिंग के मेटल विश्लेषक अनुज गुप्ता का कहना है कि डॉलर के मुकाबले यूरो कमजोर होने के कारण कॉपर के मूल्य में इतनी तीखी गिरावट आई है। इसके अलावा खपत घटने के अनुमान से भी गिरावट को बल मिला है। इसी वजह से देश में कॉपर के मूल्यों में कमी आई है। इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप (आईसीएसजी) के मुताबिक यूरोप के देशों में आर्थिक संकट की वजह से इस साल कॉपर का वैश्विक उपयोग घटने का अनुमान लगाया है। आईसीएजी के अनुसार इस साल कॉपर का वैश्विक खपत अनुमान 1।5 फीसदी घटाकर 179 लाख टन कर दिया है। पिछले साल करीब 182 लाख टन कॉपर की खपत हुई थी। अगले साल इसकी खपत पांच फीसदी बढ़कर 189 लाख टन होने की संभावना है। बीते दिनो कॉपर की मांग बढ़ने कारण इसकी कीमतों में भारी तेजी आई थी।बात पते कीइस साल कॉपर की वैश्विक खपत का अनुमान 1.5 फीसदी घटाकर 179 लाख टन तय किया गया है। पिछले साल करीब 182 लाख टन कॉपर की खपत हुई थी। (बिज़नस भास्कर)

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