कुल पेज दृश्य

27 मई 2010

यूरोपीय संकट गहराने से बेसमेटल्स में तेज गिरावट

यूरोपीय देशों में आर्थिक संकट गहराने से बेसमेटल्स की मांग हल्की पड़ने की चिंता पैदा हो गई है। इसके कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में मेटल्स के मूल्य में भारी गिरावट दर्ज की गई। विदेशी गिरावट आने की वजह से घरलू बाजार में इन मेटल्स के दाम गिर गए।लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) में दो दिनों के दौरान तीन माह डिलीवरी कॉपर के दाम 6800 डॉलर से घटकर 6700 डॉलर प्रति टन, अल्यूमीनियम के दाम 2050 डॉलर से घटकर 2000 डॉलर, निकिल के दाम 21650 डॉलर से घटकर 21150 डॉलर और लेड के दाम 1820 डॉलर से घटकर 1750 डॉलर प्रति टन रह गए। वहीं घरलू बाजार में कॉपर के दाम 10 रुपये घटकर 345 रुपये, अल्यूमीनियम के दाम पांच रुपये घटकर 100 रुपये और निकिल के दाम 1150 रुपये से घटकर 1050 रुपये प्रति किलो आ गए हैं। पिछले एक माह में मेटल की कीमतों में 15 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है।दिल्ली स्थित नीलकंठ मेटल ट्रेडिंग कंपनी के मालिक दीपक अग्रवाल ने बिजनेस भास्कर को बताया कि यूरोपीय देशों में संकट की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में मेटल की कीमतों में कमी आई है। इस वजह से घरलू बाजार में भी कॉपर, अल्यूमीनियम, निकिल और लेड के दाम घटे हैं। उनका कहना है कि अन्य देशों के मुकाबले भारत में मेटल की मांग अभी भी ठीक चल रही है। जानकारों का कहना है कि यूरोपीय देशों में आर्थिक संकट के चलते चीन ने कॉपर, अल्यूमीनियम की खरीदारी कम कर दी है। अप्रैल महीने में अल्यूमीनियम के आयात में दो फीसदी और कॉपर के आयात में चार फीसदी की कमी आई। वहीं भारी स्टॉक की वजह से चीन अल्यूमीनियम का भारी मात्रा में निर्यात कर रहा है। अप्रैल के दौरान चीन से अल्यूमीनियम का निर्यात 114 फीसदी बढ़कर 92,256 टन हो गया। दिल्ली के मेटल कारोबारी सुरश चंद गुप्ता का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय हालात के मद्देनजर आने वाले दिनों में इसकी कीमतों और गिरावट के आसार हैं। लेकिन मुनाफावसूली के चलते कीमतों में सुधार की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। मालूम हो कि चालू वर्ष के शुरूआत से ही रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर में भारी मांग के चलते मेटल की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन ग्रीस के आर्थिक संकट के बाद इनकी कीमतों में तेजी थम गई।बात पते कीयूरोप संकट से मेटल सस्ता हुआ है। इससे घरलू बाजार में भी कॉपर, अल्यूमीनियम, निकिल और लेड के दाम घटे हैं। भारत में मेटल की मांग अभी भी ठीक चल रही है। (बिज़नस भास्कर.)

कोई टिप्पणी नहीं: