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11 जून 2010

कमजोर निर्यात मांग से घटेंगे हल्दी के दाम

निर्यातकों के साथ ही मसाला निर्माताओं की कमजोर मांग से हल्दी की कीमतों में गिरावट की संभावना हैं। उत्पादक राज्यों में बारिश शुरू हो गई है इसीलिए आगामी दिनों में स्टॉकिस्टों की बिकवाली बढ़ने की उम्मीद है। वायदा बाजार में निवेशकों की मुनाफावसूली से पिछले एक सप्ताह में हल्दी की कीमतें करीब 2।6 फीसदी घटी हैं। हाजिर में भी इसके दाम चार से पांच फीसदी तक घट सकते हैं। निजामाबाद मंडी स्थित मैसर्स मनसाराम योगेश कुमार के प्रोपराइटर पूनम चंद गुप्ता ने बिजनेस भास्कर को बताया कि निर्यातकों, स्टॉकिस्टों और मसाला निर्माताओं की मांग पहले की तुलना में घटी हैं। वैसे भी उत्पादक राज्यों में बारिश शुरू हो चुकी है। ऐसे में आगामी दिनों में स्टॉकिस्टों की बिकवाली बढ़ जाएगी। जिससे मौजूदा कीमतों में करीब 500 से 700 रुपये प्रति `िंटल की गिरावट आने की उम्मीद है। गुरुवार को निजामाबाद मंडी में हल्दी का भाव 14,500 रुपये और इरोड में 15,500 रुपये प्रति `िंटल बोले गए लेकिन इन भावों में मांग कमजोर ही रही। इस समय उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक करीब 10 हजार बोरी की हो रही है। जबकि उत्पादक मंडियों में करीब दस लाख बोरी (प्रति बोरी 70 किलो) हल्दी का स्टॉक हो चुका है। वायदा बाजार में निवेशकों की मुनाफावसूली से दाम घटे हैं इसीलिए हाजिर में भी गिरावट आने की संभावना है। टरमरिक मर्चेट्स एसोसिएशन के सदस्य एस. सी. गुप्ता ने बताया कि चालू सीजन में देश में हल्दी की पैदावार 48 लाख बोरी होने का अनुमान है जो पिछले साल के मुकाबले पांच लाख बोरी ज्यादा है। पिछले साल देश में हल्दी का कुल उत्पादन 43 लाख बोरी का हुआ था। चालू सीजन में नई फसल के समय उत्पादक मंडियों में हल्दी का बकाया स्टॉक करीब तीन लाख बोरी का बचा हुआ था। ऐसे में हल्दी की कुल उपलब्धता 51 लाख बोरी बैठने का अनुमान है।नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) पर चार जून को जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में हल्दी का भाव 14,520 रुपये प्रति `िंटल था जोकि गुरुवार को घटकर 14,140 रुपये प्रति `िंटल रह गया। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित्त वर्ष 2009-10 के अप्रैल से फरवरी के दौरान हल्दी के निर्यात मे छह फीसदी की कमी आई है। इस दौरान कुल 46,000 टन का निर्यात ही हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 48,850 टन का निर्यात हुआ था। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

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