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23 जुलाई 2010

स्टार्च की मांग बढऩे से मक्का में आई तेजी

बिस्कुट, टैक्सटाइल, पेपर, कीटनाशक, कलर और फार्मा उद्योग की मांग बढऩे से पिछले एक महीने में स्टार्च की कीमतों में करीब 500 रुपये प्रति टन की तेजी आ चुकी है। इस दौरान स्टार्च के दाम 21,500 रुपये से बढ़कर 22,000 रुपये प्रति टन हो गए। स्टार्च बनाने के लिए मक्का की भी मांग में तेजी आई। इससे मक्का की कीमतों में करीब 80-90 रुपये की तेजी आकर भाव 1050-1060 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। पोल्ट्री फीड निर्माताओं की ओर से मक्का की मांग बढ़ रही है। जबकि खरीफ सीजन में नई फसल सितंबर-अक्टूबर में आएगी। ऐसे में आगामी दिनों में स्टार्च और मक्का की मौजूदा कीमतों में और तेजी आने की संभावना है। ऋद्धि सिद्धि ग्लूको ब्यालस लिमिटेड के सहायक प्रबंधक पवन कुमार ने बताया कि तमाम उद्योगों से स्टार्च की मांग बढ़ रही है इसीलिए इसकी कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है। जून के मध्य में स्टार्च का भाव 21,500 रुपये प्रति टन था, जबकि इस समय बढ़कर 22,000 रुपये प्रति टन हो गया है। मक्का की नई फसल आने में अभी करीब दो महीने का समय शेष है। इस समय मक्का की आपूर्ति एक मात्र बिहार राज्य से हो रही है। बिहार में मौसम खराब होने से आवक प्रभावित हो रही है, साथ ही पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा और गुजरात से भी मक्का की अच्छी मांग है। दिल्ली के मक्का व्यापारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि उत्पादन में कमी के अनुमान से स्टार्च मिलों और पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग बढ़ी है। दिल्ली में मक्का की दैनिक आवक इस समय पांच-सात ट्रक की है। जबकि यहां इसके भाव पिछले पंद्रह दिनों में 970-980 रुपये से बढ़कर 1050-1060 प्रति क्विंटल हो गए। बिहार की नौगछियां मंडी के मक्क्का के थोक कारोबारी पवन अग्रवाल ने बताया कि मौसम खराब होने से राज्य की मंडियों में दैनिक आवक घटकर 10-15 हजार बोरी की रह गई है। जबकि इस समय उत्तर भारत, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश की अच्छी मांग बनी हुई है। इसीलिए राज्य की मंडियों में कीमतों में करीब 50-60 रुपये की तेजी आकर भाव 900-910 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उधर कोलकाता में मक्का के भाव बढ़कर 1020 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। कृषि मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी चौथे अग्रिम अनुमान के अनुसार वर्ष 2009-10 में मक्का का उत्पादन 197 लाख टन से घटकर 166 लाख टन ही रहने का अनुमान है। इसमें खरीफ में उत्पादन 141 लाख टन से घटकर 120 लाख टन और रबी में 56 लाख टन से घटकर 46 लाख टन ही होने का अनुमान है।बात पते कीमक्का की नई फसल आने में अभी दो महीने लगेंगे। इस समय मक्का की आपूर्ति एक मात्र बिहार से हो रही है। ऐसे में आगामी दिनों में स्टार्च और मक्का की मौजूदा कीमतों में और तेजी आने की संभावना है। (बिज़नस भास्कर......आर अस राणा)

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