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24 जुलाई 2010

सस्ती सब्जियों ने दी महंगाई से मामूली राहत

नई दिल्ली July 23, 2010
महंगाई से परेशान उपभोक्ताओं को सब्जियों की कीमतों में आ रही है गिरावट से राहत मिलने लगी है। सप्ताह भर में सब्जियों के थोक और खुदरा दोनों मूल्यों में काफी गिरावट आ चुकी है। कारोबारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम आगे और घट सकते हैं। दिल्ली स्थित सब्जी मंडी आजादपुर के सब्जी कारोबारी बलबीर सिंह भल्ला ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि मंडियों में सब्जियों की आवक पहले के मुकाबले सुधरी है। इस वजह से इनकी कीमतों में कमी आने लगी है। आवक सुधरने के बारे में भल्ला का कहना है कि बीते दिनों में बारिश से दिल्ली से सटे सब्जी उत्पादक इलाकों में सब्जी की फसल को फायदा होने से आवक धीमे-धीमे बढऩे लगी है। इससे मंडी में लौकी के थोक भाव 7 रुपये घटकर 10-15 रुपये , तोरई के दाम 6 रुपये घटकर 12-16 रुपये, गोभी के दाम 5 रुपये घटकर 22-25 रुपये और शिमला मिर्च के दाम सात रुपये घटकर 20-22 रुपये प्रति किलो रह गए है। भिंडी कारोबारी विनीत अरोड़ा ने कहा कि भिंडी 5 रुपये घटकर 12-13 रुपये प्रति किलो बिक रही है। मयूर फेस-3 में सब्जी का खुदरा में कारोबार करने वाले अवधेश कुमार ने बताया कि थोक में सब्जियों के दाम घटने से खुदरा में भी इसकी कीमतों में कमी आई है। आजादपुर टमाटर ट्रेडर एसोसिएशन के महासचिव सुभाष चुघ का कहना है कि मंडी में टमाटर की आवक 8-10 ट्रक से बढ़कर 18-20 ट्रक हो गई है, जिससे टमाटर के दाम आधे रह गए हैं। मंडी में टमाटर 20-25 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। भल्ला का कहना है कि आने वाले दिनों में नासिक बेंगलुरु से टमाटर की आवक बढऩे पर दाम और घटेंगे। मटर कारोबारी अमित का कहना है कि मटर के दाम 10 रुपये घटकर 40-45 रुपये प्रति किलो रह गए हैं।कारोबारियों के मुताबिक आगे सब्जियों की कीमतों में और गिरावट की उम्मीद है। गाजीपुर सब्जी मंडी के सब्जी कारोबारी राशिद कुरैशी का कहना है कि बीते दिनों मे हुई बारिश का असर सब्जियों की फसल पर पड़ा है। (बीएस हिंदी)

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