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05 अगस्त 2010

सितंबर के बाद हट सकती है दालों की स्टॉक लिमिट

दालों पर लगी स्टॉक लिमिट को केंद्र सरकार सितंबर के बाद समाप्त कर सकती है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू सीजन में मौसम अनुकूल होने से दलहनों के बुवाई में करीब 12 लाख हैक्टेयर की बढ़ोतरी हो चुकी है। इसीलिए दालों के उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना है। ऐसे मे दालों पर स्टॉक लिमिट की अवधि, जो 30 सितंबर 2010 को समाप्त हो रही है, इसे आगे बढ़ाए जाने की संभावना नहीं है। सरकार ने दालों की ऊंची कीमतों से उपभोक्ताओं को राहत दिलाने के लिए अप्रैल 2008 में स्टॉक लिमिट लगाने का फैसला किया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने 17 सितंबर 2009 को स्टॉक लिमिट की अवधि को एक साल के लिए बढ़ाकर 30 सितंबर 2010 कर दिया था। अधिकारी ने बताया कि घरेलू बाजार में दालों के दाम नीचे आने शुरू हो गए हैं। आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में नई मूंग की आवक शुरू हो चुकी है। चालू महीने में राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी आवक शुरू हो जाएगी। सितंबर में नई उड़द भी आ जाएगी। इसीलिए अगले एक-डेढ़ महीने में दालों की कीमतों में अच्छी गिरावट की संभावना है। खरीफ में उत्पादन की सही तस्वीर चालू महीने के आखिर तक पता चल जाएगी। फुटकर बाजार में मूंग दाल का भाव 83-85 रुपये, अरहर दाल का 71-75 रुपये, उड़द दाल का 74-78 रुपये तथा मसूर दाल का 54-56 रुपये प्रति किलो चल रहा है। मूंग दाल की कीमतों में पिछले एक महीने में करीब 18-20 रुपये और मसूर दाल की कीमतों में करीब चार-पांच रुपये प्रति किलो की गिरावट आ चुकी है। हालांकि अरहर और उड़द दाल की कीमतों में इस दौरान स्थिर ही बनी हुई है। देश में दालों की सालाना खपत करीब 170-180 लाख टन की होती है जबकि वर्ष 2009-10 में दालों का उत्पादन 145.9 लाख टन का उत्पादन होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि पिछले साल करीब 34 लाख टन दालों का आयात किया गया था जबकि चालू सीजन में आयात बढ़कर 40 लाख टन होने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष में 22 जुलाई तक सार्वजनिक कंपनियों पीईसी, एमएमटीसी, एसटीसी और नेफेड ने 235,700 टन दलहन के आयात सौदे किए हैं, इनमें से 61,007 टन दालें भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच चुकी है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अभी तक 87.36 लाख हैक्टेयर में दालों की बुवाई हो चुकी है, जो पिछले साल की समान अवधि के 75.45 लाख हैक्टेयर से ज्यादा है। अरहर की बुवाई पिछले साल की समान अवधि के 27.25 लाख से बढ़कर 33.60 लाख हैक्टेयर में, उड़द की 15.65 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 16.66 लाख हैक्टेयर में और मूंग की 19.71 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 22.23 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है।बात पते कीआंध्र प्रदेश में नई मूंग की आवक शुरू हो चुकी है। इस माह राजस्थान व मध्य प्रदेश में भी आवक शुरू हो जाएगी। सितंबर में नई उड़द भी आ जाएगी। इसीलिए अगले एक-डेढ़ महीने में दालों की कीमतों में खासी गिरावट की संभावना है। इसी वजह से सरकार स्टॉक लिमिट हटाने की सोच सकती है। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

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