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12 अक्तूबर 2010

आलू पर चला भंडार का चाकू

नई दिल्ली October 10, 2010
मांग से अधिक स्टॉक होने के कारण उत्पादक राज्यों की मंडियों में आलू के थोक भाव घटने लगे हैं। कारोबारियों के अनुसार आने वाले समय में आलू के दाम और घट सकते हैं। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास फाउंडेशन के अनुसार उत्तर प्रदेश में 89 लाख टन में से 40 लाख टन, पश्चिम बंगाल में 60 लाख टन में से 21 लाख टन, पंजाब में 16 लाख टन में से 6 लाख टन आलू अब भी कोल्ड स्टोर में बचा हुआ है। कोल्ड स्टोर में आलू का स्टॉक होने के कारण दिल्ली में आलू के थोक भाव 800-1000 रुपये से घटकर 625-850 रुपये ,पश्चिम बंगाल में 50-60 रुपये घटकर 680-700 रुपये, राज्य उत्तर प्रदेश में 70 रुपये घटकर 450-550 रुपये और पंजाब में इसके थोक भाव 50-70 रुपये घटकर 450-500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। हालांकि खुदरा बाजार में आलू के दाम 15 रुपये प्रति किलो बने हुए हैं।उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के आलू कारोबारी मनोज कुमार कालानी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि बरसात के दिनों में आलू की कीमतों में तेजी आई थी, लेकिन अब मौसम साफ होने से कीमतों में नरमी आने लगी है। कालानी का कहना है कि बंगाल, बिहार में अधिक पैदावार से उत्तर प्रदेश में आलू की मांग घटी है और वहाां आलू का काफी स्टॉक बचा है।इस बारे में पश्चिम बंगाल आलू-बीज व्यवसायी समिति के सदस्य अरुण कुमार घोष ने बताया कि सरकार ने दूसरे राज्यों से 10 लाख टन आलू खरीदा था और अब बाजार में वही आलू उपलब्ध है। आलू की कीमतों में गिरावट के बारे में कंफेडरेशन ऑफ पोटेटो सीड फार्मर्स (पॉस्कोन) पंजाब के सचिव जंगबहादुर सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल से आलू की मांग कमजोर पड़ गई है, जिससे राज्य में आलू के थोक भाव 10-15 फीसदी घट चुके हैं। उनका कहना है कि मौसम साफ होने से अब पंजाब में आलू की नई फसल और अच्छी होने की उम्मीद है।पोटेटो अनियन मर्चेंट ट्रेडर्स एसोसिएशन, आजादपुर दिल्ली के अध्यक्ष त्रिलोकचंद शर्मा का कहना है कि बारिश बंद होने के बाद मंडी में आलू की आवक 80-85 ट्रक से बढ़कर 130-135 ट्रक हो गई है। शर्मा ने बताया कि राष्टï्रमंडल खेलों के कारण शहर में जाम है, इसीलिए खुदरा कारोबारी मंडी से कम माल उठा रहे है और रोजाना 60-65 ट्रक आलू बच जाता है।उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के आलू किसान बटुकनारायण मिश्रा कहते है कि आलू के दाम बढऩे से राहत मिली थी लेकिन अब दाम घटने से घाटा होगा। मिश्रा ने बताया कि उन्होंने 1,600 रुपये प्रति क्विंटल पर बीज खरीदकर आलू की बुआई की थी। कोल्ड स्टोर का किराया भी 10 फीसदी बढ़ गया है और आलू के दाम 500 रुपये प्रति क्विंटल से कम ही चल रहे हैं। (BS Hindi))

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