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15 नवंबर 2010

अच्छे मानसून के बावजूद रबी फसलों बुवाई कम

कृषि मंत्रालय भले ही अच्छे मानसून से रबी फसलों की बंपर बुवाई की उम्मीद कर रहा हो, लेकिन शुरुआती चरण में बुवाई पिछले साल की तुलना में कम हुई है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई आंकड़ों के अनुसार तिलहन, दलहन और गेहूं की बुवाई में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले कमी दर्ज की गई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी सीजन में तिलहनों की बुवाई अभी तक 49.65 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 61.37 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में तिलहनों की बुवाई हुई थी। इसी तरह से दलहनी फसलों की बुवाई भी अभी तक केवल 36.24 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुवाई 64.97 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। रबी की प्रमुख फसल गेहूं की बुवाई चालू रबी में अभी तक 33 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि बीते वर्ष इस अवधि के दौरान इनका बुवाई क्षेत्रफल 57.17 लाख हैक्टेयर था। मोटे अनाजों में ज्वार की बुवाई चालू रबी में 27.36 लाख हैक्टेयर हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 29.16 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। हालांकि मक्का के बुवाई क्षेत्रफल में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। चालू रबी में अभी तक 1.56 लाख हैक्टेयर में मक्का की बुवाई हो चुकी है। जो बीते वर्ष की समान अवधि के मुकाबले ज्यादा है। पिछले साल इस अवधि के दौरान 1.53 लाख हैक्टेयर में मक्का की बुवाई हुई थी। कृषि मंत्रालय के अनुसार अभी तक रबी धान की रोपाई 47 हजार हैक्टेयर में हुई है।लक्ष्य से ज्यादा गेहूं उपज संभवनई दिल्ली। चालू रबी सीजन में भारत का गेहूं उत्पादन ८२० लाख टन के लक्ष्य से ज्यादा होने की संभावना है। कृषि सचिव पी. के. बसु ने बताया कि अच्छे मानसून के कारण वातावरण में नमी की मात्रा पर्याप्त होने के कारण इस साल गेहूं उत्पादन अच्छा होगा। इसके अलावा समय से बुवाई होने और बीज व खादों की आपूर्ति समय से होने के कारण भी उत्पादन में बढ़ोतरी होने की संभावना है। गेहूं उत्पादन के मामले में भारत का विश्व में दूसरा स्थान है। वर्ष २००९-१० के दौरान भारत में ८०७.१ लाख टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। कृषि सचिव के अनुसार के आठ नवंबर तक लगभग १० लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की फसल की बुवाई की जा चुकी है। (एजेंसी) यह क्षेत्रफल पिछले साल के बराबर ही है। बसु ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य-प्रदेश में गेहूं के बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी होने की संभावना है। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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