कुल पेज दृश्य

22 दिसंबर 2010

खाद्य निगम करेगा गेहूं की ऑनलाइन बिक्री

मुंबई December 21, 2010
खाद्यान्न के बढ़ते भंडार और अनाज भंडारण में हो रही समस्या के मद्देनजर सरकारी अनाज खरीद एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) खुले बाजार में गेहूं की बिक्री के लिए कदम उठा रहा है। इसके लिए खुले बाजार में बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत ऑनलाइन स्पॉट एक्सचेजों में बिक्री के लिए गेहूं आवंटित किया गया है। एफसीआई ने आंध्र प्रदेश के विभिन्न गोदामों से करीब 40,000 टन गेहूं एनसीडीईएक्स स्पॉट (हाजिर बाजार) को आवंटित किया है। एनसीडीईएक्स स्पॉट, नैशनल कमोडिटी ऐंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) की हाजिर बाजार इकाई है। आटा मिलें यहां से प्रचलित दामों पर गेहूं की ऑनलाइन खरीदारी कर सकती हैं। इस सप्ताह के बाद से गेहूं बिक्री के लिए पहला टेंडर जारी कर दिया जाएगा। एनसीडीईएक्स स्पॉट के प्रमुख राजेश सिन्हा कहते हैं, 'राज्य में 60,000 टन से ज्यादा गेहूं बिक्री के लिए उपलब्ध है। हालांकि एफसीआई ने पहले लॉट में सिर्फ 40,000 टन गेहूं बिक्री के लिए आवंटित किया है। इसकी बिक्री हो जाने के बाद अतिरिक्त 20,000 टन गेहूं भी उपलब्ध कराया जाएगा।Ó दूसरी तरफ, एफसीआई के चेयरमैन सिराज हुसैन का कहना है कि एनसीडीईएक्स स्पॉट अगर चाहे तो अतिरिक्त गेहूं भी उपलब्ध कराया जा सकता है। एफसीआई ने 11 अक्टूबर को नैशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इसके तहत देश के विभिन्न हाजिर जिंस बाजार के माध्यम गेहूं की बिक्री की जाएगी। एनएसईएल को अब तक कई ऑडर्स प्राप्त हो चुके हैं और ओएमएसएस योजना के तहत कुल 15,000 टन गेहूं की बिक्री की जा चुकी है। देश में गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करने वाले परिवारों (बीपीएल) की खाद्य सुरक्षा के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है। योजना के तहत सरकार गरीब परिवारों को को सस्ती दरों पर खाद्यान्न मुहैया कराती है। इसके अलावा एपीएल परिवारों (गरीबी रेखा से ऊपर) को भी खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल करने पर विचार चल रहा है। जिसके लिए बड़ी मात्रा में खाद्यान्न की दरकार होगी। इसके बावजूद एफसीआई गेहूं की बिक्री की योजना पर काम कर रहा है। पिछले दो महीनों में एफसीआई ने करीब 40 लाख टन गेहूं की बिक्री की है। बताया जाता है कि एफसीआई के पास फिलहाल बफर मानकों से ज्यादा अनाज का भंडार है। बफर के नियम के अनुसार, 1 जनवरी 2011 तक देश में गेहूं और चावल का कुल भंडार कम से कम 2 करोड़ टन होना चाहिए जबकि एफसीआई के पास 1 दिसंबर 2010 तक कुल 4.48 करोड़ टन अनाज का भंडार हो चुका है। इसमें खास बात यह है कि अकेले गेहूं का भंडार 2.39 करोड़ टन हो चुका है जबकि गेहूं का बफर स्टॉक मानक केवल 82 लाख टन है। यानी भंडारण की अधिकता को देखते हुए एफसीआई ने इसकी बिक्री के लिए कदम उठाए हैं। (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: