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07 जनवरी 2011

स्पॉट एक्सचेंजों का कारोबार कई गुना बढ़ा

ऑनलाइन मंडियांएनएसईएल और एनस्पॉट का कारोबार पिछले साल में 400-500 फीसदी तक बढ़ गयाजिंसों की ऑनलाइन स्पॉट ट्रेडिंग दर्जन भर से ज्यादा राज्यों में शुरू हो गईएनएमसीई का भी स्पॉट एक्सचेंज जल्दी गुजरात से कारोबार शुरू करेगाविभिन्न जिंसों के ऑनलाइन हाजिर कारोबार के लिए स्थापित स्पॉट एक्सचेंजों का कारोबार हर साल कई गुना बढ़ रहा है। इस समय देश में एमसीएक्स का नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लि. (एनएसईएल) और एनसीडीईएक्स का एनसीडीईएक्स स्पॉट एक्सचेंज (एनस्पॉट) काम कर रहे हैं। जल्दी ही एक और एनएमसीई का स्पॉट एक्सचेंज जल्दी ही आने वाला है। एनएसईएल का वर्ष 2010 में कारोबार बढ़कर 17,058.45 करोड़ रुपये रहा। जबकि एनस्पॉट का कारोबार मात्रा के लिहाज से वित्तीय वर्ष 2010-11 में अब तक 55,000 टन का हो चुका है। एनएसईएल के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अंजनी सिन्हा ने बताया कि स्पॉट एक्सचेंजों का कारोबार 400-500 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ रहा है। वर्ष 2009 में एनएसईएल का कारोबार 2,558.56 करोड़ रुपये था, जो वर्ष 2010 में बढ़कर 17,058.45 करोड़ रुपये का हो गया। चालू वर्ष 2011 में कंपनी ने एक लाख करोड़ के कारोबार की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि एनएसईएल अभी गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, उड़ीसा तथा केरल समेत 14 राज्यों में विभिन्न जिंसों में कारोबार कर रहा है। चालू साल में हरियाणा, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु में भी स्पॉट एक्सचेंज में कारोबार शुरू किया जाएगा। हरियाणा में कंपनी ने हेफेड और आंध्र प्रदेश में एपी मार्कफेड के साथ मिलकर कारोबार का करार किया है। इस समय एनएसईएल 30 जिंसों में स्पॉट एक्सचेंज में कारोबार कर रहा है। एनएसईएल में सबसे ज्यादा कारोबार सोना और चांदी में हो रहा है। कीमती धातुओं के कारण कीमत के लिहाज से उनका कारोबार काफी ज्यादा है।उधर एनसीडीईएक्स स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनस्पॉट) के प्रमुख राजेश सिन्हा ने बताया कि कंपनी ने वर्ष 2009-10 में 8,000 टन जिंसों का कारोबार किया था जो वर्ष 2010-11 में अब तक 55,000 टन का हो चुका है। हम सार्वजनिक कंपनियों एमएमटीसी, पीईसी और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा नीलामी के जरिये बेची जाने वाली कमोडिटी जैसे गेहूं, खाद्य तेल और दाल आदि की ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्पॉट एक्सचेंजों के कारोबार में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इससे किसानों के साथ ही व्यापारियों को भी लाभ हो रहा है। एक्सचेंज में किसान और व्यापारी अपनी जिंस को तुरंत बेच और खरीद कर बेहतर भाव पा सकते हैं। किसानों को उचित भाव मिलें, इसके लिए एक्सचेंज ने दक्षिण भारत के करीब 3,500 किसानों को अपने साथ जोड़ा है। एनस्पॉट देश के 15 राज्यों में ई-नीलामी के जरिए कारोबार कर रहा है। इसके सदस्यों में राज्य और केंद्र सरकार की सार्वजनिक कंपनियां भी शामिल हैं। एनस्पॉट में सबसे ज्यादा दाल और चीनी का कारोबार हो रहा है।नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएमसीई) के सीईओ अनिल मिश्रा ने बताया कि जिंसों का ऑनलाइन स्पॉट कारोबार काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसमें किसानों के साथ ही छोटे व्यापारी, मिलों और सार्वजनिक कंपनियों की भागीदारी बढ़ रही है। एनएमसीई का नेशनल एपीएमसी स्पॉट एक्सचेंज जल्दी ही गुजरात में कारोबार शुरू करेगा। इसमें शुरू में तीन जिंसों कॉटन, जीरा और केस्टरसीड में कारोबार होगा। स्पॉट एक्सचेंजों में देश की विभिन्न मंडियों के भावों की जानकारी किसानों को मिलने से उनको अपनी जिंसों की बिक्री करने में आसानी होती है। स्पॉट एक्सचेंज का कारोबार बढऩे से बिचौलियों की भूमिका भी कम होगी तथा इससे व्यापार में पारर्दिशता बढ़ेगी। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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