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31 मई 2011

राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड को बंद करने की तैयारी

आर.एस. राणा नई दिल्ली

सरकार ने राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (एनएचबी) को बंद करने की योजना बना ली है। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को राष्ट्रीय बागवानी मिशन (एनएचएम) के हवाले कर दी जाएंगी। एनएचबी की स्थापना सरकार ने वर्ष 1984 में की थी। एनएचबी ने पिछले दस सालों में कोल्ड स्टोरेज और कोल्ड चेन विकसित करने के लिए काफी काम किया।
कृषि मंत्रालय एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार एनएचबी और एनएचएम द्वारा चलाई जा रही योजनाएं लगभग एक जैसी ही है इसलिए सरकार ने सभी योजनाओं को एनएचएम के माध्यम से चलाने का फैसला किया है। एनएचबी और एनएचएम दोनों विभाग बागवानी के विकास के लिए काम करते हैं। इनके तहत बागवानी का उत्पादन, कटाई पश्चात प्रबंधन, प्रसंस्करण तथा विपणन में किसानों को सब्सिडी दी जाती है।
इसके अलावा फसलों के रख-रखाव के लिए कोल्ड चेन निर्माण के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है। एनएचबी बागवानी फसलों के लिए जहां 10 एकड़ से अधिक जमीन पर खेती के लिए सब्सिडी देता है वहीं एनएचएम 10 एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को सब्सिडी प्रदान करता है।
अधिकारी ने बताया कि एनएचबी द्वारा चलाई जा रही स्कीमों को एनएचएम के अधीन लाया जाएगा। सरकार ने एनएचएम को वर्ष 2005-06 के दौरान प्रारंभ किया है। एनएचएम, जो सब्सिडी जारी करता है उसमें 85 प्रतिशत योगदान केंद्र सरकार का होता है जबकि 15 प्रतिशत की पूर्ति राज्य सरकारें करती हैं। उन्होंने बताया कि 11वी पंचवर्षीय योजना में एनएचबी को 600 करोड़ रुपये के बजट का आवंटन हुआ था।
इसमें से अभी तक लगभग 480 करोड़ रुपये का खर्च हो चुका है तथा चालू वित्त वर्ष के लिए एनएचबी का लक्ष्य 120 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी करने का है। एनएचबी सीधे किसानों को बैंकों के माध्यम से सब्सिडी जारी करता है जबकि एनएचएम राज्य सरकारों के सहयोग से सब्सिडी जारी करता है।
एनएचबी ने वित्त वर्ष 2000-2001 से अभी तक देशभर में 2,600 कोल्ड स्टोरेज के निर्माण के लिए सब्सिडी जारी की है जिनकी भंडारण क्षमता 1.13 करोड़ टन की है। इसके लिए वित्त वर्ष 2000 से 2001 से वित्त वर्ष 2010-11 तक लगभग 700 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा चुकी है। एनएचबी द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से वित्त वर्ष 2010-11 में देशभर के 8,000 किसानों को लाभ मिला है।बात पते की:- 11वीं पंचवर्षीय योजना में एनएचबी को 600 करोड़ रुपये के बजट का आवंटन हुआ था। इसमें से अभी तक लगभग 480 करोड़ रुपये का खर्च हो चुका है तथा चालू वित्त वर्ष के लिए एनएचबी का लक्ष्य 120 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी करने का है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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