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22 अगस्त 2011

महंगा हुआ सोना, तो चांदी बना निवेश का नया ठिकाना


मुंबई August 19, 2011
उच्चस्तर पर जोखिम भरा होने और महंगा होने के चलते सोने के खरीदारों को लगता है कि जल्द ही इसमें गिरावट आएगी। इस वजह से सटोरियों और हाजिर कारोबारियों को चांदी पर दांव लगाना ज्यादा सही लग रहा है। सटोरिये और हाजिर कारोबारी चांदी पर बड़ा दांव लगा रहे हैं। मुंबई के जवेरी बाजार में सोने-चांदी के कारोबारियों व आभूषण निर्माताओं ने अपनी पूरी क्षमता के साथ चांदी की बुकिंग शुरू कर दी है, लिहाजा इस धातु की कीमत आयात की लागत से 1000-2000 रुपये प्रति किलोग्राम ऊपर चली गई है। मुंबई के बाजार में शुक्रवार को सोने की कीमतें 960 रुपये प्रति 10 ग्राम की उछाल के साथ 27,750 रुपये पर पहुंच गईं जबकि चांदी की कीमतें 2255 रुपये प्रति किलोग्राम की उछाल के साथ 63,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गईं।मुंबई की अग्रणी कंपनी नकोडा बुलियन के प्रोप्राइटर ललित जगावत ने कहा - इसके कारण स्पष्ट हैं। उन्होंने कहा कि सोने में अब और प्रतिफल देने की क्षमता नहीं रह गई है। पिछले कुछ महीने से हर दूसरे दिन नई ऊंचाई पर पहुंचने वाला सोना पहले ही जेब पर भारी हो गया है, लिहाजा इसमें कभी भी गिरावट आ सकती है और कारोबारियों को नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि चांदी में अभी कम खरीदारी हुई है, लिहाजा सोने-चांदी के कारोबारी अब चांदी की तरफ जा रहे हैं।यहां के बाजार में शुरुआती कारोबार में सोना 27,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। लेकिन मुनाफावसूली के चलते सोना गिरकर 27,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ और एक दिन पहले के मुकाबले इसमें 960 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई।इस साल 1 अप्रैल से अब तक रुपये और डॉलर के लिहाज से सोना क्रमश: 34.34 व 31.38 फीसदी बढ़ा है, खास तौर से यूरोपीय यूनियन के कर्ज संकट और अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मंदी की तरफ बढऩे के खतरे के चलते ऐसा हुआ है।लंदन के हाजिर बाजार में सोना 1877 डॉलर प्रति आउंस के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया क्योंकि लगातार दूसरे दिन शेयर बाजार में हुए नुकसान के चलते निवेशकों ने यहां खरादारी की। अमेरिकी सोना वायदा शुक्रवार को 2 फीसदी की उछाल के साथ 1880 डॉलर प्रति आउंस के रिकॉर्ड पर पहुंच गया क्योंकि निवेशकों ने कीमती धातुओं की खरीदारी की। शेयर बाजार में हुए नुकसान की भरपाई करने के चलते इस स्तर पर मुनाफावसूली होने से हालांकि सोना गिरकर 1845 डॉलर पर आ गया।1 अप्रैल से अब तक चांदी ने 11.45 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। शुक्रवार को लंदन हाजिर बाजार में चांदी 42.14 डॉलर प्रति आउंस पर पहुंच गई। मुंबई में चांदी 63,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई और एक दिन पहले के मुकाबले इसमें 2255 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई।आगे आने वाले त्योहारी सीजन में चांदी के उत्पादों मसलन चांदी के सिक्के व सिल्लियों की मांग के चलते कारोबारी इस धातु पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। उन्हें लगता है कि इसमें उन्हें ज्यादा प्रतिफल मिल सकता है। जगावत ने कहा कि कारोबारियों को उम्मीद है कि चांदी की कीमतें जल्द ही 73,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच सकती हैं। कीमतों में गिरावट की संभावना को देखते हुए सोने-चांदी के कारोबारियों ने अनिश्चित समय के लिए सोने की ताजा खरीद से हाथ खींच लिया है। मुंबई के सिल्वर एम्पोरियम के प्रबंध निदेशक राहुल मेहता ने कहा - सामान्यत: रक्षा बंधन से एक सप्ताह पहले सोने की त्योहारी मांग शुरू हो जाती है। लेकिन इस साल ज्यादा कीमतें होने के चलते ऐसी कोई मांग नजर नहीं आई। सिल्वर एम्पोरियम चांदी के उत्पाद बेचता है। सिल्वर एम्पोरियम ने दक्षिण भारत में चार बड़े स्टोर खोलने की योजना बनाई है और इसमें कंपनी 50 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। बढ़ती मांग को देखते हुए कंपनी अपने डिजाइनर सामान की क्षमता दोगुनी करना चाहती है। जियोजित कॉमट्रेड के मुख्य विश्लेषक आनंद जेम्स के मुताबिक, सोने में निवेश को सुरक्षित मानते हुए निवेशक यहां निवेश करेंगे और इससे सोने की कीमतें नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगी। यूरो में सोने की कीमतें यूरो जोन के कर्ज संकट के साथ-साथ अमेरिकी अर्थव्यवस्था में गिरावट के देखते हुए अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गईं। (Bs HIndi)

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