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25 अक्तूबर 2011

रबी में दलहन पैदावार पांच फीसदी घटने की आशंका

आर.एस. राणा नई दिल्ली

आवंटन - चालू सीजन में दलहन के लिए 80 करोड़ और बढ़ाया गयामांग ज्यादा वर्ष 2011-12 खरीफ और रबी को मिलाकर कुल दलहन उत्पादन 170 लाख टन होने का अनुमान है जबकि देश में दालों की सालाना खपत 185-190 लाख टन की होती है।रकबा घटाएनएफएसएम के तहत दलहन पैदावार में बढ़ोतरी के लिए हर साल करीब 400 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च किए जा रहे हैंखरीफ में कई राज्यों में किसानों ने कपास, सोयाबीन की ज्यादा बुवाई की थी जिससे दालों के बुवाई क्षेत्रफल में 10.2 फीसदी की कमी आईराष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के तहत हर साल दलहन उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए सरकार करीब 400 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च कर रही है। चालू रबी सीजन में इसमें करीब 80 करोड़ रुपये की और बढ़ोतरी की गई है लेकिन इसके बावजूद दालों की पैदावार में पांच फीसदी की गिरावट आने की आशंका है।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2011-12 में रबी सीजन में दलहन की पैदावार पांच फीसदी घटकर 102.7 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2010-11 रबी सीजन में दलहन की पैदावार 109.7 लाख टन की हुई थी। एनएफएसएम के तहत गेहूं, चावल और दलहन पैदावार में बढ़ोतरी के लिए हर साल करीब 1,200 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि खरीफ सीजन में कई राज्यों में किसानों ने कपास और सोयाबीन की ज्यादा बुवाई की थी जिससे दालों के बुवाई क्षेत्रफल में 10.2 फीसदी की कमी आई थी। खरीफ सीजन में दलहन की कुल बुवाई 111.74 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी जबकि पिछले साल खरीफ सीजन में 121.92 लाख हेक्टेयर में दालों की बुवाई हुई थी।
उन्होंने बताया कि खरीफ में दलहन की बुवाई में आई कमी की भरपाई के लिए केंद्र सरकार ने एनएफएसएम के तहत दलहन की पैदावार में बढ़ोतरी के लिए प्रमुख उत्पादक राज्यों को अतिरिक्त 80 करोड़ रुपये के आवंटन का फैसला किया है। लेकिन इसके बावजूद भी दालों की पैदावार रबी में पिछले साल की तुलना में पांच फीसदी घटने का अनुमान है। खरीफ में दालों की पैदावार घटकर 64.3 लाख टन होने का अनुमान है जबकि इसके पिछले साल खरीफ सीजन में 71.2 लाख टन दालों का उत्पादन हुआ था।
वर्ष 2011-12 खरीफ और रबी को मिलाकर कुल दलहन उत्पादन 170 लाख टन होने का अनुमान है जबकि देश में दालों की सालाना खपत 185-190 लाख टन की होती है। ऐसे में चालू सीजन में दलहन के आयात में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। इससे घरेलू बाजार में दालों की कीमतों पर भी असर पडऩे की आशंका है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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