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13 जनवरी 2012

मजबूत डॉलर से इलायची निर्यात बढ़कर पांच गुना

मजबूत डॉलर और अच्छी क्वालिटी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय इलायची को भरपूर फायदा मिल रहा है। पिछले अप्रैल से नवंबर के दौरान आठ माह में इलायची का निर्यात पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले बढ़कर पांच गुने से भी ज्यादा हो गया।

चालू वित्त वर्ष के पहले आठ माह में इलायची का निर्यात बढ़कर 3,100 टन हो गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 570 टन इलायची का निर्यात हुआ था इसी तरह इलायची का निर्यात होता रहा तो चालू वित्त वर्ष 2011-12 की समाप्ति तक इलायची का निर्यात बढ़कर 4,500 से 5,000 टन तक पहुंचने की संभावना है। निर्यातकों की भारी मांग को देखते हुए घरेलू बाजार में इलायची की मौजूदा कीमतों में 10 से 12 फीसदी तेजी आने की संभावना है।

सेमैक्स एजेंसी के मैनेजिंग डायरेक्टर एम. बी. रुबारल ने बताया कि ग्वाटेमाला के मुकाबले भारतीय इलायची की क्वालिटी अच्छी होने के कारण भारत से निर्यात लगातार बढ़ रहा है। घरेलू बाजार में इलायची के दाम कम है जबकि डॉलर की मजबूती से निर्यातकों को मार्जिन अच्छा मिल रहा है। चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान निर्यात बढ़कर 3,100 टन का हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 570 टन का निर्यात हुआ था।

निर्यातकों की मौजूदा मांग को देखते हुए मार्च 2012 तक निर्यात बढ़कर 4,500 से 5,000 टन होने की संभावना है।
इलायची निर्यातक दीपक पारिख ने बताया कि भारतीय इलायची का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 से 16 डॉलर प्रति किलो है जबकि ग्वाटेमाला के निर्यातक 8 से 13 डॉलर प्रति किलो की दर से सौदे कर रहे हैं।

घरेलू बाजार में इलायची के दाम घटकर न्यूनतम स्तर पर आ गए हैं जबकि पिछले दो महीनों से रुपये के मुकाबले डॉलर मजबूत हुआ है। इसीलिए निर्यातकों का मार्जिन भी बढ़ गया है। कार्डमम ग्रोवर एसोसिएशन के सचिव के. के. देवेशिया ने बताया कि चालू फसल सीजन में देश में इलायची की पैदावार बढ़कर 17,000-1,8000 टन से भी ज्यादा होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 12,000 टन की पैदावार हुई थी।

नीलामी केंद्रों पर इलायची की साप्ताहिक आवक 4.5 से 5 लाख किलो की हो रही है। दाम नीचे होने के कारण निर्यातकों के साथ घरेलू मांग भी अच्छी है। उधर ग्वाटेमाला में इलायची की पैदावार 22,000 से 23,000 टन होने की संभावना है।
अग्रवाल स्पाइसेज के पार्टनर अरुण अग्रवाल ने बताया कि नीलामी केंद्रों पर 6.5 एमएम की इलायची का भाव 475-475 रुपये, 7 एमएम की इलायची का 500-540 रुपये, 7.5 एमएम का भाव 600-620 रुपये और 8 एमएम का भाव 700-750 रुपये प्रति किलो चल रहा है।

पिछले दो महीनों में इसकी कीमतों में 150 से 200 रुपये की गिरावट आई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर फरवरी महीने के वायदा अनुबंध में पिछले सप्ताहभर में इलायची की कीमतों में 4.6 फीसदी की गिरावट आई है। चार जनवरी को वायदा में इलायची का भाव 646 रुपये प्रति किलो था जबकि गुरुवार को भाव घटकर 616 रुपये प्रति किलो रह गया। (Business Bhaskar....R S Rana)

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