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01 मार्च 2012

एग्री उत्पादों के निर्यात में 72 फीसदी की बढ़ोतरी

बिजनेस भास्कर नई दिल्ली
ग्वार गम और मूंगफली दाने के निर्यात में हुई भारी बढ़ोतरी से चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में एग्री उत्पादों का निर्यात 71.91 फीसदी बढ़ा है। प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के तहत पंजीकृत होने वाले एग्री उत्पादों का चालू वित्त वर्ष 2011-12 के अप्रैल से नवंबर के दौरान 41,438.27 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में 24,103.76 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था।

एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमेरिका के साथ-साथ खाड़ी देशों और यूरोप की मांग से चालू वित्त वर्ष में ग्वार गम के निर्यात में भारी बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2011-12 के अप्रैल से नवंबर के दौरान ग्वार गम का निर्यात 331 फीसदी बढ़कर 6.70 लाख टन का हुआ है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में 2.28 लाख टन का निर्यात हुआ था। मूल्य के हिसाब से इस दौरान ग्वार गम का 6,248.76 करोड़़ रुपये का निर्यात हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,449.49 करोड़ रुपये का ही निर्यात हुआ था।

इसी तरह से मूंगफली दाने के निर्यात में चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में 154.64 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल 4.52 लाख टन का निर्यात हो चुका है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में 2.39 लाख टन का ही निर्यात हुआ था। मूल्य के हिसाब से मूंगफली दाने का निर्यात अप्रैल से नवंबर के दौरान 3,000.70 करोड़ रुपये का हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,178.39 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था। उन्होंने बताया कि फल एवं सब्जियों के बीजों का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में 5,650.12 टन से बढ़कर 50,704.81 टन का निर्यात हुआ है।

मात्रा के हिसाब से इनका निर्यात पिछले साल के 111.91 करोड़ रुपये से बढ़कर 156.38 करोड़ रुपये का हो गया। बासमती चावल का निर्यात पिछले साल के 13.60 लाख टन से बढकर 17.61 लाख टन हो गया। जबकि गैर-बासमती चावल का निर्यात इस दौरान बढ़कर 12.36 लाख टन का हो गया। (Business Bhaskar....R S Rana)

उन्होंने बताया कि सरकार ने गेहूं और गैर-बासमती चावल के निर्यात पर लगी हुई रोक को हटाया हुआ है। इसलिए आगामी महीनों में इनके निर्यात में अच्छी बढ़ोतरी की संभावना है। मक्का के निर्यात में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में मोटे अनाजों का निर्यात मूल्य के हिसाब से बढ़कर 2,881.96 करोड़़ रुपये का हो गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,490.33 करोड रुपये का निर्यात हुआ था

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