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16 मई 2012

केंद्रीय पूल से गेहूं के निर्यात की प्रक्रिया शुरू

एसटीसी ने आयातकों से 24 मई तक निविदा मांगी

आर.एस. राणा नई दिल्ली

सरकार ने केंद्रीय पूल से गेहूं के निर्यात की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत स्टेट ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन (एसटीसी) ने केंद्रीय पूल से गेहूं निर्यात के लिए निविदा मांगी हैं। विदेशी आयातक ही इसमें भाग ले सकेंगे तथा कांडला और मुंद्रा बंदरगाहों से निर्यात किया जाएगा। विपणन सीजन 2011-12 और 2012-13 का ही गेहूं निर्यात किया जाएगा।

एसटीसी के एक अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेश, दुबई और खाड़ी देशों में निर्यात की संभावनाएं हैं। बांग्लादेश ने हाल ही भारत से 300 डॉलर प्रति टन की दर से गेहूं खरीदा था। उन्होंने कहा कि विदेशी आयातकों से ही निविदा मांगी गई है तथा निर्यात भी वैसल के माध्यम से ही किया जाएगा। 24 मई निविदा भरने की अंतिम तिथि है।

एम संस इंटरनेशनल लिमिटेड के सलाहकार टी. पी. एस नारंग ने बताया कि सरकार बंदरगाह पर एमएसपी पर गेहूं उपलब्ध कराएगी, तभी निर्यात संभव हो पाएगा। चालू विपणन सीजन 2012-13 के लिए गेहूं का एमएसपी 1285 रुपये प्रति क्विंटल है। इस मूल्य पर बंदरगाह पर इसका भाव 233 डॉलर प्रति टन हो जाता है। इसमें 30 से 40 डॉलर प्रति टन का भाड़ा जोडऩे के बाद भाव 263-273 डॉलर प्रति टन होता है।

विपणन सीजन 2011-12 के एमएसपी में परिवहन लागत जोडऩे के बाद बंदरगाह पर गेहूं का भाव 248-258 डॉलर प्रति टन पड़ेगा।

उधर, रूस 260 से 262 डॉलर प्रति टन के भाव पर गेहूं बिक्री का ऑफर दे रहा है जबकि जुलाई में फसल आने के बाद इसमें करीब 20 डॉलर प्रति टन की और कमी आने की संभावना है। ऐसे में भारत से सीमित मात्रा में ही निर्यात होने की संभावना है।(Business Bhaskar....R S Rana)

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