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27 अगस्त 2012

मांग घट जाने से काली मिर्च में गिरावट

ऊंचे भाव में मांग घटने से कालीमिर्च की कीमतों में गिरावट आई है। पिछले दस दिनों में घरेलू बाजार में कालीमिर्च की कीमतों में 2,300 रुपये की गिरावट आकर एमजी-वन क्वालिटी के भाव 40,700 रुपये और अगर्नाब्ल्ड के 39,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। अक्टूबर-नवंबर महीने में नई फसल की आवक शुरू हो जायेगी तथा नई फसल की पैदावार भी बढऩे का अनुमान है इसीलिए कीमतों में नरमी जारी रहने की संभावना है। केदारनाथ एंड संस के डायरेक्टर अजय अग्रवाल ने बताया की ऊंचे भाव में कालीमिर्च में मांग घटी है। महीनेभर बाद नई फसल की आवक शुरू हो जायेगी तथा नई फसल का उत्पादन भी पिछले साल के 45,000 टन से बढ़कर 50,000 टन होने का अनुमान है। कीमतों में आई तेजी को देखते हुए वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) ने जिंस एक्सचेंजों पर दिसंबर-जनवरी महीने के नये वायद अनुबंध जारी नहीं करने का फैसला लिया है। इसीलिए कीमतों में गिरावट आई है। कोच्चि में एमजी-वन कालीमिर्च का भाव घटकर 40,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गया जबकि 14 अगस्त को इसका भाव 43,000 रुपये प्रति क्विंटल था। कालीमिर्च निर्यातक अनीश रावथर ने बताया कि भारतीय कालीमिर्च एमजी-वन का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 6,840 डॉलर प्रति टन है जोकि पिछले महीने 7,150 डॉलर प्रति टन रहा था। उधर वियतनाम, ब्राजील और इंडोनेशिया की कालीमिर्च के दाम 6,000 से 6,150 डॉलर प्रति टन है। वियतनाम में करीब 55,000 से 60,000 टन का स्टॉक बचा हुआ है जबकि इंडोनेशिया और ब्राजील में नई फसल की आवक बनी हुई है। अत: भारत के मुकाबले अन्य देशों की कालीमिर्च के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम होने के कारण भारत से निर्यात मांग कमजोर बनी हुई है। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2012-13 के अप्रैल महीने में कालीमिर्च का निर्यात 1,200 टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 2,288 टन का निर्यात हुआ था। नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) पर सितंबर महीने के वायदा अनुबंध में कालीमिर्च की कीमतों में पिछले दस दिनों में 6.5 फीसदी की गिरावट आकर शनिवार को भाव 41,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जबकि 14 अगस्त को इसका भाव 44,155 रुपये प्रति क्विंटल था। (Business Bhaskar....R S Rana)

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