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30 अगस्त 2012

विदेशी बाजार में सोया मील आयात के कई बड़े सौदे

610 डॉलर प्रति टन के भाव पर सौदे हुए हैं भारतीय सोया मील के। अगली फसल का पहला सौदा 25 हजार टन सोया मील के लिए हुआ है। थाईलैंड और वियतनाम ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में दो माह के अंतराल के बाद आक्रामक तरीके से सोया मील की खरीद दुबारा शुरू कर दी है। कारोबारियों के अनुसार थाईलैंड की फीड मिलों ने हाल में 10 लाख टन सोया मील खरीद के सौदे किए हैं जबकि वियतनाम ने दो लाख टन के आयात सौदे किए हैं। अमेरिका में भीषण के कारण पिछले जून से शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोयाबीन के मूल्य में जोरदार तेजी के बाद इन दोनों ही प्रमुख आयातक देशों ने खरीद करीब बंद क दी थी। फुकेट में हो रही रीजनल ग्रेन कांफ्रेंस में भाग लेने आए तीन व्यापारियों ने संवाददाताओं को बताया कि भारत ने नई फसल की सोयाबीन से तैयार होने वाली सोया मील की बिक्री का पहला सौदा किया है। 25 हजार टन सोया मील निर्यात के लिए यूरोप के एक खरीदार से सौदा हुआ है। थाईलैंड की मिलों ने सीबॉट के भाव पर 30 से 50 डॉलर प्रति टन प्रीमियम पर सोया मील आयात के सौदे किए हैं। ये सौदे दक्षिण अमेरिकी देशों के साथ किए गए हैं। जबकि भारतीय सोया मील के सौदे 610 डॉलर प्रति टन के भाव पर हुए हैं। एक इंटरनेशनल ट्रेडिंग कंपनी के अधिकारी ने बताया कि शुरू में कुछ बड़े आयातकों ने प्राइवेट टेंडर के जरिये सोया मील की खरीद की थी। लेकिन इसके बाद व्यापारिक गतिविधियां तेज हो गईं क्योंकि छोटी मिलें भी खरीद के लिए आगे आ गईं। अधिकारी के अनुसार सोया मील की मांग बढऩे लगी है। (Business Bhaskar)

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