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15 सितंबर 2012

मॉनसून की वापसी में 7वें साल विलंब

इस साल मॉनसून के लिए 'देर आए, दुरुस्त आए' वाली कहावत सही बैठ रही है। देश में सूखे जैसे हालात पैदा करने के बाद दक्षिण पश्चिम मॉनसून कम से कम एक और सप्ताह तक सक्रिय रहेगा। यह सातवां साल है, जब मॉनसून की वापसी में विलंब हो रहा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की कार्यवाहक महानिदेशक स्वाति बसु ने बताया, 'दक्षिण पश्चिम मॉनसून के और एक सप्ताह तक सक्रिय बने रहने की संभावना है।' उन्होंने कहा कि उत्तर पश्चिम क्षेत्र में मॉनसून अब भी सक्रिय है। इस क्षेत्र में जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश आता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह मौसमी बारिश का अंतिम चरण होगा और अगले सप्ताह से पश्चिमी राजस्थान से मॉनसून वापस लौटने लगेगा। बसु ने कहा कि यह लगातार सातवां साल है, जब मॉनसून के लौटने में विलंब हो रहा है। आम तौर पर सितंबर के पहले सप्ताह में मॉनसून वापस लौटने लगता है, लेकिन इस बार यह महीने के तीसरे सप्ताह में वापस लौटेगा। सामान्य तौर पर मॉनसून के बादल सितंबर के अंत तक पूरे देश से छंट जाते हैं, लेकिन पिछले आठ साल से इसके वापस लौटने में विलंब हो रहा है और मॉनसून 11 अक्टूबर तक ठहर जाता है। मॉनसून के लौटने में विलंब के बावजूद देश में अब भी मॉनसूनी बारिश सामान्य के मुकाबले 8 फीसदी कम रही है। (BS Hindi)

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