कुल पेज दृश्य

12 नवंबर 2012

ओएमएसएस के तहत 65 लाख टन गेहूं आवंटित

गेहूं उत्पादों की कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत रोलर फ्लोर मिलों के लिए 65 लाख टन गेहूं का आवंटन किया है। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की शनिवार को हुई बैठक में राज्य और केंद्र शासित राज्यों के रिटेल उपभोक्ताओं के लिए भी पांच लाख टन गेहूं और पांच लाख टन चावल का आवंटन किया गया। रिटेल उपभोक्ताओं के लिए आवंटित किए गए गेहूं और चावल की बिक्री नेफेड, एनसीसीएफ और केंंद्रीय भंडारों के माध्यम से की जाएगी। सूत्रों के अनुसार गेहूं की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने ओएमएसएस के तहत फ्लोर मिलों के लिए 65 लाख टन गेहूं का आवंटन नवंबर 2011 से मार्च 2012 के लिए किया है। इससे बाजार में गेहूं और गेहूं उत्पादों की कीमतों में कमी आएगी। इससे पहले भी सरकार ने 19 जून को ओएमएसएस के तहत 30 लाख टन गेहूं का आवंटन किया जा था जिसका उठाव रोलर फ्लोर मिलों द्वारा किया जा चुका है। ओएमएमएस के तहत दिल्ली में गेहूं की निविदा भरने का न्यूनतम भाव 1,328 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि दिल्ली बाजार में गेहूं का दाम बढ़कर इस समय 1,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इसी तरह से बंगलुरू में गेहूं का दाम बढ़कर शनिवार को 1,820 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। केंद्रीय पूल में पहली नवंबर को 405.75 लाख टन गेहूं का भारी-भरकम स्टॉक बचा हुआ है। (Business Bahskar)

कोई टिप्पणी नहीं: