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06 नवंबर 2012

तंबाकू की वैकल्पिक फसल के लिए मांग

तंबाकू नियंत्रण पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के फ्रेमवर्क कन्वेन्शन (एफसीटीसी) की आगामी बैठक से पहले तंबाकू उत्पादक किसानों के वैश्विक संगठन ने बैठक में किसानों के प्रतिनिधित्व की मांग की है। बैठक में विश्वभर में तंबाकू की बढ़ती खपत को देखते हुए इससे जुड़े किसानों को वैकल्पिक फसल की ओर शिफ्ट करने के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। विश्वभर के करीब एक करोड़ तंबाकू उत्पादकों के संगठन अंतरराष्ट्रीय तंबाकू उत्पादक संघ (आईटीजीए) के अध्यक्ष एंटोनियो एब्रुनहोसा ने कहा कि एफसीटीसी पर होने वाली बैठक में केवल स्वास्थ्य संगठनों से जुड़े प्रतिनिधि ही हिस्सा ले रहे हैं। इस बैठक में तंबाकू किसानों का कोई दल भाग नहीं ले रहा। उन्होंने कहा कि केवल स्वास्थ्य विशेषज्ञों के दबाव के कारण किसानों को वैकल्पिक फसल की ओर शिफ्ट करना संभव नहीं हो सकेगा। डब्ल्यूएचओ के एफसीटीसी के अनुच्छेद 17 व 18 के तहत तंबाकू उत्पादकों को वैकल्पिक फसल के उत्पादन में शिफ्ट करने व तंबाकू की फसल का पर्यावरण पर प्रभाव संबंधी प्रावधान हैं जिन पर भारत की ओर से भी सहमति दी जा चुकी है। विश्वभर में सिगरेट में इस्तेमाल की जाने वाली तंबाकू की बेहतर क्वालिटी फ्लू क्योर वर्जीनिया (एफसीवी) का उत्पादन भारत में भी बड़े स्तर पर किया जाता है। भारत सरकार की ओर से इसके उत्पादन को कम करने व इसके लिए इस्तेमाल की जा रही भूमि का अनाज उत्पादन में उपयोग करने की योजना है। एब्रुनहोसा ने बताया कि अमेरिका, मलावी, अर्जेंटीना, जिम्बाब्वे और इंडोनेशिया जैसे तंबाकू उत्पादक देशों ने फिलहाल एफसीटीसी पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। एफसीटीसी की आगामी बैठक 12 से 17 नवंबर तक दक्षिण कोरिया में आयोजित की जा रही है। हालांकि भारतीय तंबाकू बोर्ड की ओर से भी इस बैठक में किसानों के प्रतिनिधित्व की बात कही जा रही है। बोर्ड का भी मानना है कि बगैर किसानों के प्रतिनिधित्व के एफसीटीसी के तहत किसानों को वैकल्पिक फसलों की ओर शिफ्ट किया जाना संभव नहीं हो सकेगा। भारत में बोर्ड की देखरेख में होने वाले एफसीवी उत्पादन में गिरावट भी दर्ज की गई है। वर्ष 2011-12 में इसका उत्पादन घटकर 2.2 लाख हेक्टेयर में रह गया जो तीन साल पहले 2.5 लाख हेक्टेयर में दर्ज किया गया था। ब्राजील में उत्पादन कम रहने के कारण चालू सीजन में भारतीय एफसीवी की निर्यात मांग में तेजी दर्ज की जा रही है। (Business Bhaskar)

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