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19 जनवरी 2013

अटकल के दम पर आलू फिर बना दमदार

उत्पादन पर अटकलबाजियों के बल पर आलू वायदा फिर तेजी की कढ़ाही में है। आलू वायदा के सभी अनुबंधों में 20 फीसदी स्पेशल कैश मार्जिन लागू होने के बावजूद इसके सौदों में फिर चार फीसदी अपर सर्किट लगा है। फसल खराब होने और देश के कोल्ड स्टोरेजों के किराया बढ़ाने की तैयारी से इस साल आलू फायदे का सौदा साबित होने वाला है। पिछले एक महीने में आलू की कीमतों में 21 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। आलू की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए एमसीएक्स ने 14 जनवरी से आलू के सभी अनुबंधों में 20 फीसदी स्पेशल कैश मार्जिन लगा दिया है। इससे वायदा में गिरावट आई मगर यह फिर चार फीसदी चढ़ गया। शुक्रवार को एमसीएक्स में आलू मार्च अनुंबध 854.80 रुपये, अप्रैल 845.10 रुपये और मई अनुबंध 855.10 रुपये प्रति क्विंटल रहा। कीमतें बढऩे की वजह इस साल आलू की फसल खराब होना बताया जा रहा है। उधर देश भर के कोल्ड स्टोरेज बिजली और डीजल महंगा होने से 29 जनवरी की बैठक में इस साल किराया बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं। इस साल प्रति क्विंटल आलू भंडारण का किराया 140-160 रुपये से बढ़ाकर 160-180 रुपये प्रति क्विंटल किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में इस साल 144 लाख टन आलू की रिकॉर्ड पैदावार होने की उम्मीद है। बाजार में नई फसल शुरु हो चुकी है। ऑल इंडिया कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के अनुसार उत्तर प्रदेश में नई फसल आना शुरु हो गई है और कोल्ड स्टोरेज में माल जमा करने की तैयारियां की जा रही हैं लेकिन अभी किराया तय नहीं होने से नई फसल का भंडारण शुरु नहीं किया गया है। (BS Hindi)

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