कुल पेज दृश्य

14 जनवरी 2013

पैदावार बढऩे से चने के दाम घटने की संभावना

आर एस राणा नई दिल्ली | Jan 14, 2013 विदेश से भी नरमी : ऑस्ट्रेलिया में चने की पैदावार 53.8 फीसदी बढ़ेगी : कनाडा में मटर का उत्पादन 13 फीसदी ज्यादा होगा : इससे आयातित सप्लाई का भी बाजार में रहेगा दबाव चालू रबी सीजन में चने की बुवाई में 5.4 फीसदी की बढ़ोतरी से पैदावार बढऩे का अनुमान है। उधर, ऑस्ट्रेलिया में चने की पैदावार 53.8 फीसदी और कनाडा में मटर का उत्पादन 13 फीसदी बढऩे का अनुमान है। ऐसे में फरवरी-मार्च में घरेलू बाजार में चने की कीमतों में 10-12 फीसदी की गिरावट आने की संभावना है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में चने की बुवाई बढ़कर 91.69 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जो पिछले साल की समान अवधि के 86.99 लाख हैक्टेयर से ज्यादा है। प्रमुख उत्पादक राज्यों में अभी तक मौसम चने की फसल के अनुकूल बना हुआ है। ऐसे में चालू रबी में चने की पैदावार बढऩे की संभावना है। वर्ष 2011-12 में चने का उत्पादन 75.8 लाख टन का हुआ था जबकि चालू रबी में उत्पादन का लक्ष्य 79.6 लाख टन का है। ग्लोबल दाल इंडस्ट्रीज के प्रबंधक चंद्रशेखर एस. नादर ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया से आयातित चने का भाव मुंबई पहुंच 650-660 डॉलर प्रति टन है। महीने भर में ऑस्ट्रेलिया से करीब 45,000 टन चने की आवक हुई है। ऑस्ट्रेलिया में चने की और कनाडा में मटर की पैदावार पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है। ऐसे में आगामी दिनों में घरेलू बाजार में चने की मौजूदा कीमतों में गिरावट की ही संभावना है। ऑस्ट्रेलिया के कृषि विभाग के अनुसार वर्ष 2012-13 में चने की पैदावार 53.8 फीसदी बढ़कर 7.46 लाख टन होने का अनुमान है। पिछले साल उत्पादन 4.85 लाख टन का हुआ था। हालांकि मटर की पैदावार पिछले साल के 3.42 लाख टन से कम होकर 3.37 लाख टन होने का अनुमान है। उधर, कनाडा के कृषि विभाग के अनुसार चालू वर्ष में मटर का उत्पादन 13 फीसदी बढ़कर 28.30 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 25.02 लाख टन का उत्पादन हुआ था। अजय इंडस्ट्रीज के प्रबंधक सुनील अग्रवाल ने बताया कि कर्नाटक और महाराष्ट्र में चने की नई फसल की आवक फरवरी में शुरू हो जाएगी जबकि मार्च-अप्रैल में मध्य प्रदेश और राजस्थान के नए चने की आवक बन जाएगी। (Business Bhaskar....R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: