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07 मई 2013

गेहूं की सरकारी खरीद में कमी के बाद भी सरकार बेफिक्र

फीकी खरीद -चालू सीजन में गेहूं खरीद 10 फीसदी घटकर 225 लाख टन सरकार को फायदा खरीद में कमी आने से सरकार पर वित्तीय बोझ कम होगा भंडारण के लिए भी एफसीआई को नहीं करनी होगी मशक्कत प्राइवेट कंपनियों और व्यापारियों की मंडियों में अच्छी खरीद कुल खरीद 300 लाख टन के आसपास रहने की संभावना पहले से ही भारी स्टॉक होने से खरीद में कमी कोई चिंता की बात नहीं : थॉमस प्रमुख उत्पादक राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद में कमी आनी शुरू हो गई है। उत्पादक मंडियों में गेहूं की आवक घटने से चालू रबी विपणन सीजन 2013-14 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद सरकार द्वारा तय लक्ष्य 440 लाख टन से कम रहने की आशंका है। लेकिन केंद्रीय पूल में गेहूं का भारी-भरकम स्टॉक बचा हुआ है इसलिए खरीद में कमी आना सरकार के लिए चिंता की बात नहीं है। खाद्य एवं उपभोक्ता मामले राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रो. के वी थॉमस ने बिजनेस भास्कर को बताया कि चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की सरकारी खरीद तय किए गए लक्ष्य 440 लाख टन से कम होगी तो भी चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय पूल में पहली अप्रैल को 242.07 लाख टन गेहूं का भारी-भरकम स्टॉक जमा है जो तय मानक 40 लाख टन के बफर स्टॉक से कई गुना ज्यादा था। उन्होंने बताया कि चालू रबी में गेहूं की खरीद बड़े पैमाने पर प्राइवेट कंपनियों द्वारा की जा रही है जो अच्छी खबर है। इससे सरकार पर गेहूं की खरीद से पडऩे वाले वित्तीय बोझ में कमी आएगी, साथ ही भंडारण में भी परेशानी नहीं होगी। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार चालू रबी विपणन सीजन में अभी तक 224.9 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई है जो पिछले साल की समान के मुकाबले 10.66 फीसदी कम है। पिछले विपणन सीजन में इस समय तक 251.8 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी। पंजाब से चालू सीजन में अभी तक 103.2 लाख टन गेहूं खरीदा गया है जबकि पिछले साल इस समय तक 109.8 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी। इसी तरह से हरियाणा से पिछले साल के 77.93 लाख टन के मुकाबले चालू सीजन में 56.6 लाख टन, उत्तर प्रदेश से 10.5 लाख टन की तुलना में केवल 3.56 लाख टन और राजस्थान से 8.03 लाख टन की तुलना में 7.96 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया है। हालांकि मध्य प्रदेश से जरूर चालू सीजन में गेहूं की खरीद बढ़कर 53.38 लाख टन की हो चुकी है जबकि पिछले सीजन में इस समय 43.97 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में गेहूं की दैनिक आवक घटकर 4 लाख टन से भी कम रह गई है। ऐसे में सरकारी रीद 300 लाख टन के अंदर सिमट सकती है। रबी विपणन सीजन 2012-13 में एमएसपी पर 381.48 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। (Business Bhaskar...R S Rana)

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