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18 जून 2013

मसालों का निर्यात 22 फीसदी बढ़ा

वर्ष 2012-13 के दौरान देश से मसालों और इन पर आधारित अन्य उत्पादों का निर्यात 22 फीसदी बढ़ा है। इस दौरान कुल निर्यात 6,99,170 टन रहा, जो पिछले वित्त वर्ष के दौरान 5,75,270 टन था। कीमत के लिहाज से निर्यात 14 फीसदी बढ़कर 11,171 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 9,783.42 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2013 के शुरू में मसाला बोर्ड ने जो लक्ष्य तय किया था, उसकी तुलना में निर्यात मात्रा के लिहाज से 24 फीसदी और कीमत के लिहाज से 38 फीसदी ज्यादा रहा है। बोर्ड का लक्ष्य 8,200 करोड़ रुपये के 5,66,000 टन मसालों के निर्यात का था। सबसे अच्छा प्रदर्शन लहसुन का रहा, जिसका निर्यात 991 फीसदी बढ़कर 24,000 टन रहा। इसकी कीमत 426 फीसदी की भारी बढ़ोतरी के साथ 74.50 करोड़ रुपये रही। वर्ष 2011-12 में लहसुन का निर्यात महज 2,200 टन था, जिसकी कीमत 14.15 करोड़ रुपये थी। मसाला बोर्ड के निर्यात के ताजा आंकड़ों के मुताबिक सौंफ और धनिये का भी मात्रा और मूल्य दोनों लिहाज से बेहतर प्रदर्शन रहा। सौंफ का निर्यात 80 फीसदी और धनिये का निर्यात 76 फीसदी बढ़ा। इस दौरान 114 करोड़ रुपये मूल्य की 14,575 टन सौंफ का निर्यात हुआ, जबकि पिछले साल 73 करोड़ रुपये की 8,100 टन सौंफ का निर्यात किया गया था। इसी तरह 37,100 टन धनिये का निर्यात हुआ, जिसकी कीमत 211 करोड़ रुपये थी। पिछले साल 164 करोड़ रुपये के 28,100 टन धनिये का निर्यात हुआ था। मिर्च का निर्यात मात्रा के लिहाज से 17 फीसदी और मूल्य के लिहाज से 5 फीसदी बढ़ा। इस दौरान 2,81,000 टन मिर्च का निर्यात हुआ, जिसकी कीमत 2,261.44 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल 2,145 करोड़ रुपये की 2,41,000 टन मिर्च का निर्यात हुआ था। मसाला बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक 2012-13 में 80,050 टन हल्दी और 19,850 टन अदरक का भी निर्यात हुआ। पुदीना उत्पादों के निर्यात में 35 फीसदी बढ़ोतरी रही। करी पाउडर या पेस्ट और तेल एवं ओलिव रेजिन के निर्यात में क्रमश: 12 और 19 फीसदी बढ़ोतरी रही। वर्ष 2012-13 के दौरान भारत से 19,000 टन करी पाउडर/पेस्ट और 8,670 टन स्पाइस ऑयल एवं ओलिव रेजिन का आयात किया गया। पिछले वित्त वर्ष के दौरान काली मिर्च और इलायची (छोटी) के निर्यात पर भारी चोट पड़ी है। काली मिर्च का निर्यात 40 फीसदी और इलायची का 82 फीसदी गिरा है। मूल्य के लिहाज से गिरावट काली मिर्च में 23 फीसदी और इलायची में 40 फीसदी रही। काली मिर्च की निर्यात मात्रा गिरकर 16,000 टन रही, जिसकी कीमत 672.56 करोड़ रुपये थी। जबकि पिछले साल 878 करोड़ रुपये की 26,700 टन काली मिर्च का निर्यात हुआ था। इलायची का निर्यात 2250 टन रहा, जिसकी कीमत 185 करोड़ रुपये थी। पिछले साल 363 करोड़ रुपये मूल्य की 4,650 टन इलायची का निर्यात हुआ था। (BS Hindi)

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