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27 जुलाई 2013

लंबी अवधि के निवेशक कैस्टर में निवेश करके कमा सकते हैं मुनाफा

कैस्टर तेल में निर्यातकों की अच्छी मांग बनी हुई है। चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) के दौरान कैस्टर तेल का निर्यात 6 फीसदी बढ़कर 99,322 टन का हुआ है। प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में कैस्टर सीड की दैनिक आवक पहले की तुलना में कम हो गई है। वैसे भी वायदा बाजार में कैस्टर सीड के दाम घटकर न्यूनतम स्तर पर आ गए है इसलिए नीचे भाव में निवेशकों की मांग निकलने की संभावना है। ऐसे में लंबी अवधि के निवेशक को खरीद करके चलना चाहिए। एनसीडीएक्स पर अगस्त महीने के वायदा अनुबंध में कैस्टर सीड की कीमतों में पिछले डेढ़ महीने में 12.9 फीसदी की गिरावट आई है। अगस्त महीने के वायदा अनुबंध में कैस्टर सीड का भाव 15 जून को 3,716 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि शुक्रवार को इसका भाव 3,236 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। ब्रोकिंग फर्म इंडियाबुल्स कमोडिटी लिमिटेड के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च (कमोडिटी) बद्दरूदीन ने बताया कि कैस्टर सीड के दाम घटकर वायदा में न्यूनतम स्तर पर आ गए है जबकि हाजिर बाजार में दाम ऊंचे बने हुए है। वैसे भी कैस्टर तेल में निर्यात मांग बढ़ रही है। ऐसे में निवेशकों को नीचे भाव में खरीद करनी चाहिए। एस सी केमिकल के मैनेजिंग डायरेक्टर कुशल राज पारिख ने बताया कि रुपये के मुकाबले डॉलर मजबूत होने से कैस्टर तेल में निर्यातकों का मार्जिन बढ़ा है। निर्यातकों द्वारा कैस्टर तेल के निर्यात सौदे 1,200-1,225 डॉलर प्रति टन की दर से किए जा रहे हैं तथा चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले दो महीनों (अप्रैल से मई) के दौरान कैस्टर तेल का निर्यात 6 फीसदी बढ़ा है। चालू खरीफ में कैस्टर सीड की कुल बुवाई में कमी आने की आशंका है। ऐसे में आगामी दिनों में कीमतों में तेजी आने की संभावना है। साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) में 99,322 टन कैस्टर तेल का निर्यात हुआ है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 92,902 टन से ज्यादा है। वर्ष 2012-13 में 4.30 लाख टन कैस्टर तेल का निर्यात हुआ था जबकि चालू वर्ष में निर्यात बढ़कर 4.50 लाख टन से ज्यादा होने का अनुमान है। जयंत एग्रो आर्गेनिक लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक वामन भाई ने बताया कि उत्पादक मंडियों में कैस्टर सीड की दैनिक आवक घटकर 30,000 बोरी (एक बोरी-75 किलो) की रह गई है जबकि आगामी दिनों में आवक और घटेगी इसलिए मौजूदा कीमतों में 200 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी बनने की संभावना है। उत्पादक मंडियों में कैस्टर सीड का भाव 3,410 रुपये और कैस्टर तेल का भाव 720-725 रुपये प्रति 10 किलो चल रहा है। आंध्रप्रदेश में कैस्टर की बुवाई पिछले साल की तुलना में घटी है जबकि गुजरात और राजस्थान में बुवाई की सही तस्वीर अगस्त महीने में पता चलेगी। कृषि मंत्रालय के बुवाई आंकड़ों के अनुसार चालू खरीफ में कैस्टर सीड की कुल बुवाई तो बढ़ी है लेकिन आंध्रप्रदेश में कम हुई है। आंध्रप्रदेश में चालू खरी 97,000 हैक्टेयर में ही कैस्टर सीड की बुवाई हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1.16 लाख हैक्टेयर में हुई थी। कैस्टर की कुल बुवाई चालू खरीफ में 2.78 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 1.71 लाख हैक्टेयर में हुई थी। सामान्यत::: कैस्टर सीड की बुवाई 9.38 लाख हैक्टेयर में होती है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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