कुल पेज दृश्य

27 जुलाई 2013

सोने के आयात पर पड़ा फं दा तो चमक गया तस्करी का धंधा

सोने पर आयात शुल्क बढ़ाते समय सरकार ने सोचा था कि इससे देश में सोने का आयात घटेगा। उसने गलत नहीं सोचा था क्योंकि मई में आयात 162 टन था और जून में केवल 31 टन रह गया। लेकिन सरकार ने यह नहीं सोचा था कि आयात शुल्क 1 से बढ़ाकर 8 फीसदी करने पर वे तस्कर भी जग जाएंगे, जो दो दशक से सोए पड़े थे। अब कानूनी रास्ते से सोना आना तो कम हो गया, लेकिन गैर कानूनी रास्तों से इसकी आवक एकाएक बढ़ गई। शायद यही वजह है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विभिन्न एजेंसियों ने तस्करी से आ रहा 59.82 करोड़ रुपये का सोना पकड़ा है जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 12.86 करोड़ रुपये का तस्करी वाला सोना पकड़ा गया था यानी सोने की तस्करी में 5 गुना इजाफा हुआ है। पिछले पूरे वित्त वर्ष में कुल 99.13 करोड़ रुपये का तस्करी का सोना पकड़ा गया और राजस्व अधिकारियों को आशंका है कि चालू वित्त वर्ष के लिए यह आंकड़ा करीब 250 करोड़ रुपये हो सकता है। तस्करी के जरिये देश में लाए गए सोने की धरपकड़ बढ़ी है क्योंकि जून में की गई शुल्क बढ़ोतरी और सोने का आयात घटाने के रिजर्व बैंक के कदमों का असर आने वाली तिमाहियों में दिखेगा। नाम नहीं छापने की शर्त पर राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 'पिछले वित्त वर्ष में हमने तस्करी वाला जितना सोना जब्त किया था, उसका 60 फीसदी तो चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ही जब्त कर चुके हैं। अगर ऐसे ही चलता रहा तो तस्करी वाले सोने की जब्ती का आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष का ढाई गुना हो सकता है।Ó सोने की तस्करी में आई तेजी पर वित्त मंत्रालय की भी नजर है। मंत्रालय इस समस्या का समाधान निकालने के लिए सोने के आयात शुल्क में की गई बढ़ोतरी का अध्ययन कर रहा है। तस्करी रोकने की खातिर खाड़ी देशों में आने-जाने वाली उड़ानों समेत सभी हवाई अड्डïों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अधिकारी ने बताया, 'हम खुफिया जानकारी जुटाने और सोने की तस्करी रोकने पर ध्यान दे रहे हैं।Ó बढ़ते चालू खाते के घाटे के कारण सरकार अभी शुल्क बढ़ोतरी वापस नहीं ले सकती है। इस समस्या से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए सीमा शुल्क अधिकारियों ने ज्यादा अधिकारों और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अनुमानों के अनुसार अधिकारी तस्करी के रास्ते देश में आए कुल सोने का 5-10 फीसदी ही पकड़ पाए हैं। पिछले वित्त वर्ष में 871 मामलों में 99 करोड़ रुपये का सोना पकड़ा गया था जबकि वित्त वर्ष 2012 में कुल 486 मामलों में 46 करोड़ रुपये का सोना पकड़ा गया था। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सोने की तस्करी के 204 मामले थे जबकि चालू वित्त वर्ष में अभी यह 220 है। इस साल अब तक 50 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: