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24 जुलाई 2013

बंदिशों के बाद पड़ोसी देशों से खुले सोने की तस्करी के रास्ते!

सिंगापुर से हवाई सफर करते हुए शुक्रवार को ढाका लौटे मिजानुर रहमान को जब पुलिस ने शाह जलाल हवाई अड्डïे पर रोका तो उसके पास 400 ग्राम सोना और दूसरा सामान मिला। इसकी कीमत करीब 70 लाख टका (लगभग 53.62 लाख रुपये) थी। इससे पहले 6 जुलाई को बांग्लादेशी सीमा शुल्क अधिकारियों को विमान बांग्लादेश एयरलाइंस के एक विमान में शौचालय से 25.3 किलोग्राम सोने की छड़ें मिली थीं। इनकी कीमत करीब 9 करोड़ रुपये आंकी गई थी। नेपाल पुलिस ने भी पिछले हफ्ते चीन से तस्करी के जरिये लाए जा रहे 35 किलो सोने के बिस्कुट पकड़े थे। यह बरामदगी काठमांडू से करीब 120 किलोमीटर उत्तर में स्थित तातोपानी में की गई थी। यह नेपाल और चीन के बीच व्यापार का प्रमुख केंद्र है। माना जा रहा है कि यह सोना भारत जा रहा था क्योंकि कारोबारियों के मुताबिक नेपाल और बांग्लादेश में सोने की मांग भारत के मुकाबले न के बराबर है। इस बात से इनकार भी नहीं किया जा सकता क्योंकि जैसे-जैसे भारत सरकार सोने के आयात पर सख्ती कर रही है, वैसे-वैसे पड़ोसी देशों में सोने की तस्करी बढ़ रही है। वहां के कारोबारी तस्करी बढऩे की बात कबूल रहे हैं और अपने देश की सरकारों से इस पर अंकुश लगाने के लिए भी कह रहे हैं। नैशनल जेम्स ऐंड ज्वेलरी एसोसिएशन के महासचिव सुमंत मान ताम्रकर तातोपानी में रहते हैं। उन्होंने कहा कि चीन से आने वाला यह सोना भारत भेजा जा सकता है क्योंकि इस पर सीमा शुल्क विभाग की नजर नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि आम रास्तों और तरीकों से आने वाले सोने की तस्करी शायद नहीं होती क्योंकि शुल्क में इजाफे से अब उसका कोई फायदा नहीं रह गया है। नेपाल सरकार ने भी कुछ समय पहले सोने पर सीमा शुल्क बढ़ा चुकी है। ताम्रकर ने बताया, 'बजट के बाद यहां सोने का भाव 3,000 नेपाली रुपये से बढ़कर 3,600 नेपाली रुपये प्रति ग्राम हो गय है। इतनी ऊंची कीमत पर तस्करी नहीं होगी।Ó नेपाल गोल्ड ऐंड सिल्वर डीलर्स एसोसिएशन (नेगोसिडा) के अध्यक्ष मणि रत्न शाक्य ने टेलीफोन पर बताया, 'हम सोने पर कर बढ़ाने की मांग कर रहे हैं ताकि 10 ग्राम सोने की कीमत भारत में नेपाल के मुकाबले 1,200 नेपाली रुपये ज्यादा हो जाए। अभी इनमें 750 नेपाली रुपये का ही फर्क है और मुद्रा में उतार-चढ़ाव होते ही तस्करी शुरू हो जाती है।Ó शाक्य ने बताया कि नेपाल का राष्टï्रीय बैंक रोजाना 15 किलो सोना जारी करता है। उन्होंने कहा कि त्योहारी दिनों में इसकी मांग 40 किलो रोजाना तक पहुंच जाती है। इसीलिए इस सीमा को बढ़ाकर 30 किलो किए जाने की मांग चल रही है। वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के लिए आंकड़े इकठ्ठïा करने वाली थॉमसन रॉयटर्स जीएफएमएस के मुताबिक पिछले साल साल 102 टन सोना अनधिकृत रास्तों से आया था। कुल स्वर्ण आयात का यह 10 फीसदी था। उसके मुताबिक इस साल 40 फीसदी इजाफे के साथ यह आंकड़ा 140 टन तक पहुंच सकता है। (BS Hindi)

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