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09 अगस्त 2013

बीस लाख टन और गेहूं निर्यात को मंजूरी

लेकिन बेस प्राइस ज्यादा होने से निर्यात सौदे होना मुश्किल भले ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की कीमतों में गिरावट आने से भारत से निर्यात पड़ते समाप्त हो गए हों, लेकिन केंद्र सरकार ने केंद्रीय पूल से और 20 लाख टन गेहूं के निर्यात की अनुमति दे दी। इस गेहूं का निर्यात केंद्रीय पूल से सार्वजनिक कपंनियों एसटीसी, पीईसी और एमएमटीसी के माध्यम से किया जायेगा। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की गुरुवार को हुई बैठक में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गोदामों से और 20 लाख टन गेहूं के निर्यात की अनुमति दी गई है। इससे पहले सरकार ने केंद्रीय पूल से 45 लाख टन गेहूं के निर्यात की अनुमति दी थी जिसमें से करीब 42 लाख टन गेहूं का ही निर्यात हुआ है जिसकी कीमत करीब 7,000 करोड़ रुपये है। गेहूं की निर्यातक फर्म के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं के दाम घटकर 270 से 290 डॉलर प्रति टन रह गए हैं जबकि केंंद्रीय सरकार ने गेहूं निर्यात के लिए न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 300 डॉलर प्रति टन तय किया हुआ है इसलिए गेहूं के निर्यात की अभी संभावना काफी कम है। चालू रबी विपणन सीजन 2013-14 में भारतीय खाद्य निगम केवल 250 लाख टन गेहूं की ही खरीद एमएसपी पर की है जबकि पिछले विपणन सीजन में 381 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी। केंद्रीय पूल में पहली अगस्त को 403.78 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है जोकि तय मानकों बफर के मुकाबले ज्यादा है। केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक 8 फीसदी घटा नई दिल्ली केंद्रीय पूल में खाद्यान्न के स्टॉक में 8.4 फीसदी की कमी आकर पहली अगस्त को कुल स्टॉक 696.53 लाख टन रह गया। चालू रबी में गेहूं की खरीद में आई कमी से गेहूं का स्टॉक 71 लाख टन कम है लेकिन चावल का स्टॉक पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले थोड़ा ज्यादा है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार पहली अगस्त को केंद्रीय पूल में 696.53 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक रह गया है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 761.05 लाख टन से 64.52 लाख टन कम है। एफसीआई के पास पहली अगस्त को 403.78 लाख टन गेहूं और 292.36 लाख टन चावल का स्टॉक है। चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की सरकारी खरीद में कमी आने से कुल खाद्यान्न के स्टॉक में कमी आई है। मालूम हो कि केंद्रीय पूल में पहली अगस्त 2012 को गेहूं का 475.26 लाख टन का स्टॉक मौजूद था जबकि चावल का 285.03 लाख टन का स्टॉक था। (Business Bhaskar....R S Rana)

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