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19 सितंबर 2013

जिग्नेश शाह की बढ़ी मुश्किल

नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) का मामला फिलहाल सुलझता दिखाई नहीं दे रहा है। लगातार पांच बार निवेशकों और ब्रोकरों का पैसा वापस करने में एक्सचेंज के विफल रहने के बाद नाराज निवेशकों ने अब कानून का दरवाजा खटखटा है। निवेशकों ने एनएसईएल और जिग्नेश शाह के खिलाफ मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) में शिकायत दर्ज कराई है। ईओडब्ल्यू बड़े पैमाने में धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और गलत विनियोजन अपराध के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एनएसईएल द्वारा भुगतान में चूक से परेशान एनएसईएल इन्वेस्टर फोरम की ओर से 58 निवेशकों ने ईओडब्ल्यू में एक्सचेंज, उसके प्रवर्तकों, बोर्ड के निदेशक जिग्नेश शाह, अमित मुखर्जी और जय बहुखंडी, ऑडिटर मुकेश शाह और 24 अन्य डिफॉल्टर सदस्यों के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। इन्वेस्टर फोरम के वकील अमित देसाई इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि यह मामला जितना दिखाई दे रहा है, उससे कहीं बड़ा है। इसके तहत बड़े पैमाने पर योजनाबद्घ तारीक से निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की गई है और पूरे घोटाले का कर्ताधर्ता जिग्नेश शाह है। शिकायत में कहा गया हैकि 99 फीसदी सौदों की आपूर्ति फर्जी थी और गोदामों में रखे गए माल की रसीद भी फर्जी है, जिससे यह मामला और गंभीर हो जाता है। शिकायत में कहा गया है कि एनएसईएल ने बिना पर्याप्त स्टॉक के निवेशकों से सौदे किए, जो धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है। इन्वेस्टर फोरम के अध्यक्ष शरद कुमार श्रॉफ के मुताबिक कोई भी निवेशक या कारोबारी विवाद नहीं चाहता है और यही सोचकर एनएसईएल और उसके प्रवर्तकों को निवेशकों का पैसा वापस करने के लिए लंबा समय दिया गया है लेकिन एनएसईएल के प्रवर्तक उम्मीद पर खरे नहीं उतर रहे हैं और वह मामले को केवल आगे खींच रहे हैं, जो उनकी नीयत पर सवाल खड़ा कर रहा है। श्रॉफ ने बताया कि इस घोटाले को योजनाबद्घ तारीके से अंजाम दिया गया और इसमें हजारों निवेशकों और ब्रोकरों के 5500 करोड़ रुपये से ज्यादा फंसे हुए हैं। एनएसईएल और जिग्नेश शाह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 406, 407, 409, 417, 420, 424, 465, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। निवेशक फोरम के सदस्यों का कहना है कि बड़े पैमाने पर हुए धोखाधड़ी और दूसरे संस्थानों के जरिये धोखाधड़ी के किए जा रहे प्रयासों के खिलाफ निवेशकों को जागरूक किया जाएगा। अभी 58 निवेशकों ने मामला दर्ज कराया है आगे चलकर इनकी संख्या और बढ़ सकती है। फोरम के वकीलों की मानी जाए तो इस मामले में जिग्नेश शाह की गिरफ्तारी भी हो सकती है। दूसरी तरफ एनएसईएल के अधिकारियों का कहना है कि वह पूरे मामले को सुलझाने की कोशिश में लगे हैं और निवेशकों का पूरा पैसा वापस किया जाएगा। (BS Hindi)

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