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09 अक्तूबर 2013

ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री अभी भी सुस्त

राज्यवार बिक्री होने पर भी सिर्फ 84 हजार टन गेहूं का उठाव खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की राज्यवार बिक्री शुरू होने के बावजूद उठाव में तेजी नहीं आ रही है। सरकार ने 23 सितंबर को गेहूं की बिक्री राज्यवार करने का फैसला लिया था। उसके बाद से अभी तक केवल 84,260 टन गेहूं की बिक्री हो पाई है। सूत्रों के अनुसार सरकार द्वारा बिक्री नियमों में बदलाव के बाद से भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) से केवल 84,260 टन गेहूं की बिक्री हुई है। इसमें सबसे ज्यादा गेहूं की खरीद दिल्ली की फ्लोर मिलों ने 21,000 टन, पंजाब की फ्लोर मिलों ने 15,570 टन, हरियाणा की फ्लोर मिलों ने 10,632 टन, तमिलनाडु की फ्लोर मिलों ने 10,850 टन और राजस्थान की फ्लोर मिलों ने 1,050 टन तथा चंडीगढ़ की फ्लोर मिलों ने 3,195 टन गेहूं की खरीद की है। एफसीआई हर महीने की पहली और 15 तारीख को गेहूं बेचने के लिए निविदा आमंत्रित कर रही है। एफसीआई ओएमएसएस के तहत अभी तक कुल 1.97 लाख टन गेहूं की बिक्री कर पाई है। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की 21 जून को ओएमएसएस के तहत 95 लाख टन गेहूं बेचने का फैसला किया था। इसके तहत 85 लाख टन गेहूं की बिक्री बल्क कंज्यूमर को और 10 लाख टन की बिक्री स्मॉल ट्रेडर्स को करनी है। केंद्रीय पूल में पहली सितंबर को 589.33 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद था, इसमें 383.60 लाख टन गेहूं और 205.73 लाख टन चावल का स्टॉक जमा था। (Business Bhaskar R S Rana)

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